महिलाओं को इंसाफ दिलाना है तो इशरत की मां और ज़किया जाफरी को दिलाओ इंसाफ: ओवैसी

मुंब्रा। समान नागरिक संहिता और ट्रिपल तलाक़ के मामले में इन दिनों पूरे देश में न केवल धार्मिक व सामाजिक हलकों से आवाज उठ रही हैं बल्कि इस विषय पर अब राजनीतिक गलियारों से भी जोर की आवाजें उठने लगी हैं। मुंब्रा में मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के एक जनसभा में भाषण के दौरान सांसद असद ओवैसी ने कहा है कि अगर सरकार की मंशा महिलाओं को न्याय दिलाना ही है तो इशरत जहां की मां जकिया जाफरी को न्याय क्यों नहीं दिलाते?

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ओवेसी ने मुंब्रा में उमड़ पड़ी जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता लागू करने से धार्मिक पहचान को खतरा है। इसलिए उसके खिलाफ देश के हर नागरिक को आवाज उठानी चाहिए।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार मुंब्रा में ओवैसी को सुनने के लिए जनता का सैलाब उमड़ पड़ा था। यहां उन्होंने कहा कि महिलाओं को न्याय दिलाने के नाम पर शरई कानून, ट्रिपल तलाक मामले को उछाला जा रहा है। अगर सरकार की मंशा महिलाओं को न्याय दिलाना ही है तो मुंब्रा की इशरत जहां की मां और गुजरात की जकिया जाफरी को न्याय क्यों नहीं दिलाते?
उल्लेखनीय है कि ट्रिपल तलाक़ के संबंध में मुम्बरा में जमीयत उलमा ने भी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के समर्थन में ‘शरीयत संरक्षण सम्मलेन’ के नाम से एक जनसभा का आयोजन किया है.