डिप्टी कमिशनर टैक्सेस ज़ाहिर करते हुए लोगों को धोका

हैदराबाद 09 जून: सेंट्रल क्राईम स्टेशन की साइबर क्राईम पुलिस ने एक ऐसे शातिर धोका बाज़ को गिरफ़्तार कर लिया जो ख़ुद को डिप्टी कमिशनर सेंट्रल बोर्ड आफ़ डायरेक्ट टैक्सेस ज़ाहिर करते हुए ख़ातून से लाखों रुपये हड़प लिए।

डिप्टी कमिशनर आफ़ पुलिस डिटेक्टिव डिपार्टमेंट अवीनाश मोहंती ने बताया कि बेगमपेट की साकिन एक ख़ातून ने साइबर क्राईम पुलिस से शिकायत दर्ज करवाई जिसमें ये बताया कि सितंबर साल 2013 में एक शख़्स हेमंत गुप्ता ने मेट्रीमोनियल वेबसाईट के ज़रीये राबिता क़ायम किया और ख़ुद को डिप्टी कमिशनर डायरेक्ट टैक्सेस ज़ाहिर करते हुए बैंगलौर में मुक़ीम होने का दावे किया। हेमंत गुप्ता ने इस ख़ातून को दो मोबाईल फ़ोन नंबरात के ज़रीये मुसलसिल रब्त किया करता था और बादअज़ां इस से वाट्स अपस और वीडीयो कॉलिंग के ज़रीये गहरे ताल्लुक़ात क़ायम करते हुए शादी करने का इरादा ज़ाहिर किया। इसी दौरान मज़कूरा धोका बाज़ ने ख़ातून को बैंगलौर में वाक़्ये एक फ़्लैट ख़रीदने का मश्वरह दिया और इस सिलसिले में 5.3 लाख रुपये तनमए गोस्वामी के एचडीएफ़सी के बैंक खाता में फ़ौरी नक़द रक़म मुंतक़िल करने के लिए कहा। ख़ातून धोका बाज़ की झांसे में आकर मज़कूरा रक़म 2013 में मुंतक़िल की और रक़म हासिल करने के बाद हेमंत गुप्ता ने इस से राबिता तर्क कर दिया और अपना मोबाईल फ़ोन स्विच आफ़ कर दिया।

साइबर क्राईम पुलिस ने इस सिलसिले में मुक़द्दमा दर्ज करते हुए तनमए गोस्वामी के बैंक खाते की जांच के लिए कोलकता पहूँची जहां पर धोका बाज़ की असली शिनाख़्त का पता लगा। साइबर क्राईम पुलिस ने तनमए गोस्वामी को मुंबई में गिरफ़्तार करके उसे हैदराबाद मुंतक़िल किया और बादअज़ां अदालत में पेश करते हुए उसे जेल मुंतक़िल कर दिया।