डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एकजुट हुए अमेरिकी मुस्लिम

अमेरिकी मुस्लिम डोनाल्ड ट्रंप को लेकर आशंकित है। एक सर्वे से ये बात निकल कर सामने आती है कि वे डोनाल्ड ट्रंप को नापसंद करते है और किसी भी कीमत उन्हें अमेरिका का अगला राष्ट्रपति नहीं देखना चाहते। अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में वोट डालने के लिए पंजीकरण करवाने में मुसलमानों की काफी संख्या देखी जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है वे ट्रंप के खिलाफ वोटिंग करने के लिए वे ऐसा कर रहे हैं।

एक अमरीकी मुस्लिम संस्था काउंसिल ऑन इस्लामिक रिलेशन्स के ताज़ा सर्वे के मुताबिक अमरीका में 86 प्रतिशत मुसलमान अमरीकी वोट वोट देने का इरादा रखते हैं। इनमें से 67 प्रतिशत डेमोक्रेटिक पार्टी के हिमायती हैं और
सिर्फ़ 6% रिपब्लिकन पार्टी को हिमायत देते हैं। जबकि निर्दलीय मुस्लिम वोटरों की संख्या 18 प्रतिशत बताई जाती है।

राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार में जब से रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप ने मुसलमानों के बारे में विवादित बयान दिए हैं, तब से अधिकतर मुसलमानों के बीच उनकी छवि मुस्लिमों से नफरत करने वाले नेता की है। अधिकतर मुसलमानों का एक ही मक़सद लग रहा है कि कैसे ट्रंप को अमरीकी राष्ट्रपति बनने से रोका जाए।

एक सर्वे के अनुसार 72 प्रतिशत अमरीकी मुसलमान वोटर हिलेरी क्लिंटन को ही समर्थन दे रहे हैं और डोनल्ड ट्रंप को सिर्फ़ 4 प्रतिशत मुसलमान अमरीकी वोट देने का इरादा रखते हैं।

अमरीकी राष्ट्रपति चुनने के लिए 8 नवंबर को आम चुनाव में वोट डाले जाएंगे।

बीबीसी के एक रिपोर्ट के मुताबिक.अमरीकियों की तरह ही मुसलमानों के लिए जो अहम मुद्दे हैं उनमें नौकरियां, शिक्षा, सुरक्षा औऱ मानवाधिकार वगैरह तो हैं ही लेकिन ख़ासकर मुसलमानों के सिलसिले में डोनल्ड ट्रंप के दिए गए बयान जिनमें अमरीका में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने, मस्जिदों और मुसलमानों की निगरानी किए जाने जैसी उनकी नीतियों के कारण मुस्लिम समुदाय में बेचैनी है।