डोरंडा में अब पटरी पर आई जिंदगी, घर लौटने लगे लोग

रांची : दारुल हुकूमत में पांच दिनों के बाद जिंदगी पटरी पर आ गई है। डोरंडा के गौस नगर और पोखर टोली के लोग घर लाैटने लगे हैं। हालात आम हो रहे हैं। इस इलाक़े के कई लोग काशीदगी की वजह से घर छोड़कर दूसरे मुहल्ले में अपने रिशतेदारों के यहां चले गए थे।

डोरंडा इलाक़े में बुध को काफी चहल-पहल दिखी। सड़कों पर आम दिनों की तरह आवाजाही रही। बाजारों में भी रौनक लौट आई। आम दिनों की तरह दुकानें खुलीं। बच्चे स्कूल गए तो आम लोग अपने काम पर गए। सभी अपने-अपने काम में मशरुफ़ दिखे। हालांकि इन लोगों के चेहरे पर अभी भी डर की परछाई दिख रही है।

आपस में ही एक-दूसरे का हौसला बढ़ा रहे हैं। सभी लोग उन फसादियों और अफवाह फैलाने वालों को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ गैर समाजी अनासिर की वजह से शहर का अमन-चैन बिगड़ा और लोगों को बेवजह भारी परेशानी झेलनी पड़ी। उधर, डोरंडा इलाक़े में अभी भी पुलिस का सख्त पहरा है। लोगों की हिफाजत के लिए जगह-जगह पुलिस और रैफ के जवान तैनात हैं। डोरंडा थाना के आसपास के दुकानदारों ने कहा कि कुछ फसादियों की वजह से वे पांच दिन तक अपनी दुकानें नहीं खोल पाए। ठेला-खोमचा वालों को सबसे ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ा।

फसादियों को ढूंढ़ने के लिए खुसुसि शाख ने लोगों से मदद मांगा है। खुसुसि शाख के एडीजी अनुराग गुप्ता ने लोगों से दरख्वास्त किया है कि वे फसाद फैलाने वालों की वीडियाे फुटेज या फोटो खुफिया महकमा को मुहैया कराएं। साथ ही फोटो और वीडियो कहां से और कब ली गई है, यह जानकारी भी दें। इससे पुलिस को फसादियों की शिनाख्त करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि जो भी सुबूत देगा, उन्हें इनाम दिया जाएगा।