तारीख़ का मुताला करने तलबा को उमर‌ अबदुल्लाह का मश्वरा

चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उमर‌ अबदुल्लाह ने आज तलबा को मश्वरा दिया कि वो मुल्क के तहज़ीबी विरसे और तारीख़ का मुताला करें क्योंकि इससे समाज की तरक़्क़ी की हिक्मत-ए-अमली की मंसूबा बंदी करने में मदद मिलेगी और मौजूदा और आइन्दा की ज़रूरियात की तकमील होगी।

मुल्क गीर सतह से आए हुए तलबा से फ़िक्की आडीटोरियम में मुनाक़िदा अन्वेषण 2013 के मौक़ा पर ख़िताब करते हुए उमर‌ अबदुल्लाह ने कहा कि तारीख़ तहज़ीब और तहज़ीब की तरक़्क़ी से हमारे तलबा नावाक़िफ़ है ऐसा ना वाक़फियत उन्हें भी नामालूम शख़्स बनादेती है और उनके रास्ते में ग़ैर ज़रूरी मुश्किलात पैदा होती है।

उन्होंने कहा कि तारीख़ का मुताला, हमें अपनी क़ाबिलियत,कारकर्दगी और तमद्दुन की कोताहियों की निशानदेही करता है। इस तरह हमें अपनी मौजूदा आइन्दा जरूरतों की तकमील केलिए मंसूबा बंदी करने का मौक़ा मिलता है। चीफ़ मिनिस्टर ने जम्मू-ओ-कश्मीर की मालामाल सक़ाफ़्ती विरसा का हवाला देते हुए कहा कि ये एक दूसरे का एहतिराम करते हुए बाहमी इखवत और हमदर्दी के जज़बा के साथ एक रंगा रंग की तहज़ीबों के गहवारे मुल्क हिंदुस्तान में ज़िंदगी गुज़ारने का मौक़ा मिलता है।