तीन तलाक पर ही क्यों? मोदी को इन मामलों पर भी प्रतिक्रया देनी चाहिए

नई दिल्ली: महोबा में एक रैली को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन तलाक पर बोलते हुए मुस्लिम महिलाओं की रक्षा की बात की थी. पीएम मोदी ने कहा था फोन पर तीन तलाक बोलना अन्याय है. मुस्लिम बहनों की रक्षा होनी चाहिए, केंद्र सरकार ने हमेशा तीन तलाक का विरोध किया है. और यह भी कहा कि धर्म के आधार पर किसी महिला के साथ भेदभाव नहीं होने देंगे. तीन तलाक को हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा न बनाएं. तीन तलाक के मुद्दे को राजनीति से ना जोड़ा जाए. मुस्लिम बहनों का तीन तलाक कहकर जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता है. मुसलमान औरतों को संविधान के तहत न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है. वगेरह वगेरह …..
लेकिन मुस्लिम हिला-प्रेम पर बोलने से पहले मोदी जी को अपना पुराना भाषण याद करनी चाहए. इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल लिखते हैं…..
मुसलमान बहनों पर बहुत प्यार उमड़ रहा है,फिर वो कौन था जिसने गुजरात दंगों के बाद वाजपेयी जी के निर्देश पर बने राहत कैंपों को “बच्चा पैदा करने की फ़ैक्टरी” जैसा कुछ बोला था.याद है “हम पाँच हमारे पच्चीस” वाला भाषण.
अगर अब पश्चात्ताप यानी अफसोस हो रहा है तो राष्ट्र को इसका स्वागत करना चाहिए. जो लोग इतिहास को भूल जाते हैं, उन्हें याद दिला दूँ कि यह साहेब का 9 सितंबर,2002 का भाषण है. मौक़ा गुजरात गौरव यात्रा का. स्थान – शहर बेचारजी.
नेशनल माइनॉरिटी कमीशन ने इस भाषण की कॉपी माँगी तो गुजरात सरकार ने कहा – हमारे पास नहीं है.
NDTV और दुसरे चैनलों के पास भाषण की रेकॉर्डिंग थी, जिसका ट्रांसलेशन Indian Express और फिर आउटलुक मैगज़ीन ने भी छापा.

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नेशनल दस्तक के अनुसार, वो देश के प्रधानमंत्री हैं तो उन्हें देश में चल रहे हर मुद्दे पर बोलने का और अपनी राय रखने का हक है. लेकिन देश में मुस्लिम महिलाओं की हक और रक्षा पर बोलने से पहले पीएम मोदी को देश के इन प्रमुख केसों पर भी कुछ सोचना चाहिए जिसमें मुस्लिम महिलाओं की अस्मिता और उनके अधिकार का पूरी तरह से हनन हुआ था. इसमें से कुछ मामले को आप के सामने रखा जा रहा है.

नरोदा पाटिया पीड़ित-नरोदा पाटिया पीड़ितों की कहानी रूह को कंपाने वाली है. नरोदा पीड़ित सायरा बानो ने शाह-ए-आलम शिविर में 27 मार्च 2002 को एक बयान में बताया था कि लोगों ने मेरी भाभी की बहन कौसर बानो (जो कि गर्भवती थी) के पेट में तलवार घुसेड़कर उनके पेट से उनका गर्भ निकाल लिया था और उसे एक धधकती हुई आग में फेंक दिया था. महोबा रैली में मोदी ने कहा कि कोई गर्भ में बच्ची की हत्या कर दे तो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिये. तब मोदी उसी राज्य के सीएम थे जब उस मुस्लिम महिला का गर्भ निकाल कर आग में झोंक दिया गया था.
दरअसल गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों के दौरान अहमदाबाद में स्थित नरोदा पाटिया इलाके में 97 लोगों की हत्या कर दी गई थी. यह घटना 27 फरवरी, 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन जलाए जाने के एक दिन बाद हुई थी. विश्व हिन्दू परिषद ने 28 फरवरी, 2002 को बंद का आह्वान किया था. इसी दौरान नरोदा पटिया इलाके में उग्र भीड़ ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला कर दिया था.

शाह-ए-आलम शिविर में ही एक और प्रत्यक्षदर्शी कुलसुम बीबी ने बताया कि हम लोगों को एक बड़ी भीड़ ने गंगोत्री सोसाइटी से भगाने के लिए टायर जलाकर पीछा करना शुरू किया. उसके बाद उन्होंने कई लड़कियों के साथ बलात्कर किया. हमने आठ से दस लड़कियों का अपनी आंखों के सामने बलात्कार होते देखा. हमने देखा लोग 16 साल की लड़की मेहरुन्निसा से लिपटे हुए थे. उन्होंने सड़क पर ही लड़की के साथ बलात्कार किया. इसके बाद सभी लड़कियों को आग के हवाले कर दिया गया।.
ये सब मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए हुआ. तब मुस्लिम महिलाओं के प्रति उनकी चिंता कहां चली गई थी.

जकिया जाफ़री-जकिया जाफ़री 2002 के गुजरात दंगों में गुलबर्ग सोसाइटी में मारे गए एहसान जाफ़री की पत्नी हैं. उस समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जानबूझ कर मोदी सरकार ने गुलबर्ग सोसाइटी में दंगों को भड़कने दिया जिसमें 68 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. जाहिर है मोदी ने जकिया जाफ़री को विधवा बनाने में पूरी भूमिका अदा की थी. लेकिन आज भी मोदी जी जकिया के मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोलते.

मेवात कांड-हरियाणा के मेवात में 24 अगस्त 2016 की रात एक मुस्लिम परिवार की दो लड़कियों के साथ कथित गोरक्षकों ने गाय का मांस खाने के आरोप में बलात्कार किया था. इसके अलावा दो लोगों को तलवार से काट डाला गया था जिसमें उस परिवार की बहू भी शामिल थी. उस परिवार पर बिरयानी में गौमांस खाने का आरोप इन्हीं लोगों द्वारा लगाया गया था. इसमें एक 16 साल और एक 21 साल की लड़की से गोरक्षकों ने सामूहिक बलात्कार किया था. गोरक्षकों ने कहा था कि तुम लोग गौमांस खाते हो इसीलिए तुमसे बलात्कार किया जा रहा है.
सामूहिक बलात्कार और दोहरे हत्याकांड की इस घटना के बाद हरियाणा की भाजपा सरकार बिरयानी में गोमांस ढूंढने के लिए अधिक चिंतित लग रही थी. इस मुद्दे पर हरियाणा की बीजेपी सरकार पर मोदी ने कोई कार्रवाई नहीं की.

महिलाओं की अस्मिता की बात करने वाले पीएम मोदी चुनावी हलफनामे में खुद को सिंगल बता चुके हैं. हालांकि लोकसभा चुनावों के हलफनामे में उन्होंने खुद को विवाहित बताया था. लोग उनपर अपनी पत्नी यशोदाबेन के महिला अधिकारों का हनन करने का आरोप भी लगाते रहे हैं.