तेजपाल पर फैसला शाम 4.30 बजे

तरुण तेजपाल की Anticipatory bail पर गोवा सेशंस कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। बचाव पार्टी और प्रासीक्यूटर ने अपनी-अपनी तरफ से दलीलें पेश की । उनकी जमानत पर अब फैसला शाम 4:30 बजे होगा। सुनवाई के बाद अदालत से बाहर निकलने पर तेजपाल पर चप्पल या काला कपड़ा फेंकने की खबर भी है।

इससे पहले बचाव पार्टी की तमाम दलीलों पर पलटवार करते हुए पणजी सेशन कोर्ट में सरकारी वकील ने कहा कि तरुण तेजपाल की हिरासत जरूरी है।

सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में राहत नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि यह रेप जैसा संगीन मामला है। उन्होंने कहा कि तेजपाल बार-बार गिरगिट की तरह रंग बदल रहे हैं।

मुतास्सिरा के वालिद बीमार हैं और बिस्तर पर हैं। वह अपने घर में कमाने वाली इकलौती मेम्बर थी और इस वाकिया की वजह से उसकी नौकरी छूट गई, मआशी सेक्युरिटी का जोखिम पैदा हो गया।

वकील ने कहा कि मुतास्सिरा ने उसी दिन तेजपाल की सारी हरकतों के बारे में अपने दोस्तों और तेजपाल की बेटी को बता दी थी। उसके लिखे ईमेल और पुलिस के पास दर्ज शिकायत में आपस में मेल खाती हैं।

गोवा की अदालत में तरुण तेजपाल की Anticipatory bail से जुड़े दरखास्त पर सुनवाई में गिरफ्तारी से बचने के लिए तेजपाल के वकीलों ने जज के सामने कई तरह की दलीलें रखी है।

तेजपाल के वकीलों ने अदालत से कहा कि वह पासपोर्ट और दूसरे दस्तावेज सौंपने को तैयार है, ताकि जांच एजेंसियों को यह डर न रहे कि वह मुल्क छोड़कर भाग जाएंगे। साथ ही वह एफडी सौंपने को भी तैयार हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर सबूतों से छेड़छाड़ या मुतास्सिरा को डराने से जुड़े खदशात का सवाल है, तो वह मुंबई नहीं जाएंगे जहां वह लड़की रहती है। तेजपाल बंगलुरु में रहने को तैयार हैं।

साथी सहाफी से Sexual Harassment का इल्ज़ाम का सामना कर रहे ‘तहलका’ के चीफ एडीटर तरुण तेजपाल गिरफ्तार होंगे या नहीं, इस बात का जवाब बहुत जल्द मिल जाएगा।

करीब 10:15 बजे अदालत में उनकी Anticipatory bail की दरखास्त पर सुनवाई बहाल हुई। अदालत में तेजपाल की बीवी और बेटी मौजूद हैं। बाद में तेजपाल भी कोर्ट पहुंचे।

प्रासीक्यूटर ने तेजपाल की 14 दिनों की हिरासत देने की मांग की है।

इससे पहले तरुण तेजपाल गोवा पुलिस क्राइम ब्रांच के ऑफिस गए और वहां से अपने होटल लौट गए। तेजपाल ने कहा कि उन्हें दरखास्त पर सुनवाई के दौरान अदालत में पेश होने की जरूरत नहीं है, इसलिए वह वहां नहीं जा रहे हैं। गिरफ्तारी से बचने की कोशिश में जुटे तेजपाल ने अदालत से कहा कि वह अपना पासपोर्ट समेत सारे दस्तावेज सौंपने को तैयार हैं।

तेजपाल ने मुस्कुराते हुए कहा कि, “मेरे अदालत में मौजूद रहने की जरूरत नहीं थी, लेकिन क्राइम ब्रांच में उनकी मौजूदगी जरूरी थी, इसलिए मैं वहां गया।” बाद में अदालत चले गए।

उन्होंने दोहराया, “जैसा कि कल भी मैंने बताया था, हम लोग यहां जांच में मदद देने आए हैं।” जाहिर है, वह यह जाहिर करना चाहते हैं कि तेजपाल बिना गिरफ्तारी के लिए भी पूछताछ के लिए मौजूद हैं।

उम्मीद की जा रही है कि बचाव पार्टी के वकील अदालत में यही दलील देंगे कि वह क्राइम ब्रांच के दफ्तर में खुद पूछताछ के लिए गए थे, लेकिन वहां ऐसा कुछ हुआ नहीं।

तेजपाल ने कल रात भी क्राइम ब्रांच में दो घंटे गुजारे थे और आज सुबह भी कुछ देर के लिए वह वहां गए।