मर्कज़ ने मुतनाज़ा तेलंगाना बिल आज आंध्र प्रदेश असेंबली को रवाना कर दिया और रियासत की तक़सीम की तजवीज़ पर राय हासिल करने के लिए छः हफ़्तों की मोहलत दी।
वज़ारत-ए-दाख़िला के एक सीनीयर ओहदेदार ने बताया कि आंध्र प्रदेश रियासती तंज़ीम जदीद बिल को सदर जमहूरीया ने आंध्र प्रदेश असेंबली रवाना कर दिया है।
सदर जमहूरीया की तजवीज़ के मुताबिक़ असेंबली को ये हिदायत दी गई हैके 23 जनवरी 2014 तक इस का जवाब दें। सदर जमहूरीया ने इस बिल के बारे में क़ानूनी राय भी हासिल की।
इस बिल की नकोलात ख़ुसूसी तैयारे के ज़रीये हैदराबाद लाई गईं और मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला में जवाइंट सेक्रेटरी सुरेश कुमार ने उसे हुक्काम के हवाले किया।
वो अपने साथ मुसव्वदा बिल की नकोलात पर मुश्तमिल 5 सेटस लाए और सीधे सेक्रेटरीएट गए जहां उन्होंने पहला सेट चीफ़ सेक्रेटरी पी के मोहंती को पेश किया। इस के बाद वो चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी के कैंप ऑफ़िस गए और दूसरा सेट पेश किया।
इस के बाद राज भवन पहुंच कर एक और सेट गवर्नर ई एस ईल नरसिम्हन को पेश किया और फिर लेजिस्लेचर सेक्रेटरी एस राजा सदाराम को एक सेट दिया। बादअज़ां वो ख़ुसूसी तैयारे के ज़रीये ही नई दिल्ली वापिस होगए।
तवक़्क़ो है कि मुसव्वदा बिल कल असेंबली में पेश किया जाएगा जबकि सरमाई सेशन आज शुरू होचुका है। बताया जाता है कि तेलंगाना मुसव्वदा बिल पर मुबाहिस के ज़रीये राय हासिल करने के लिए रियास्ती क़ानूनसाज़ असेंबली को सदर जमहूरीया ने तक़रीबन देढ़ माह का वक़्त दिया है।
इस तरह आइन्दा साल यानी 23 जनवरी तक अपनी राय से वाक़िफ़ करवाना होगा।सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी जिन्हें मुसव्वदा बिल मर्कज़ी काबीना की मंज़ूरी के बाद पेश किया गया था , मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला को वापिस भेज दिया ताकि आंध्र प्रदेश असेंबली को रवाना किया जा सके।
अगरचे ओहदेदार मोहलत के बारे में ख़ामोश हैं लेकिन ज़राए ने बताया कि सदर जमहूरीया ने असेंबली को अपनी राय देने के लिए छः हफ़्तों का वक़्त दिया है जिस के बादिया बिल उन्हें वापिस भेज दिया जाएगा।