तेलंगाना में 12000 जायदादों के रेकॉर्ड्स ग़ायब

हैदराबाद 26 अक्टूबर:हुकूमत तेलंगाना के महिकमा माल से ज़ाइद अज़ 11 हज़ार जायदादों के दस्ताविज़ात ग़ायब हैं। महिकमा माल में मौजूद रेकॉर्ड्स को डीजिटलाईज़ करने के अमल के दौरान इस बात का इन्किशाफ़ हुआ हैके रियासत तेलंगाना के 10 अज़ला में जुमला 11 हज़ार 990 जायदादों के दस्ताविज़ात मौजूद नहीं हैं और हैदराबाद से मुत्तसिल रंगारेड्डी की तक़रीबन 4 हज़ार एसी जायदादें हैं जिनका रिकार्ड महिकमा माल के पास दस्तयाब नहीं है।

रियासती हुकूमत की तारफ से ज़िला कलेक्टरस को इस बात की हिदायत दी जा चुकी हैके वो गुमशुदा दस्ताविज़ात को इकट्ठा करने में उजलत करें और इस बात की तहक़ीक़ करें के आया ये दस्ताविज़ात ग़ायब कैसे हुए ? इंतेहाई क़ीमती जायदादों के दस्ताविज़ात की अदमे मौजूदगी महिकमा माल की कारकर्दगी के अलावा हिफ़ाज़ती उमोर पर सवालिया निशान है।

अगर ये दस्ताविज़ात नहीं मिलते हैं तो एसी सूरत में इन जायदाओं के मालिकाना हुक़ूक़ के मुताल्लिक़ जारी किया जाने वाला ई सी सरटीफ़ीकेट की इजराई ही नामुमकिन हो जाएगीगी और ये बड़े मसाइल का सबब बन सकती है।

गुमशुदा जायदादों के दस्ताविज़ात में हैदराबाद की 110 जायदादों के दस्ताविज़ात भी शामिल हैं और उन जायदादों के लिए भी मसाइल पैदा हो सकते हैं। रंगारेड्डी की 3995 एसी जायदादें हैं जिनके दस्ताविज़ात महिकमा माल को दस्तयाब नहीं हो पार है हैं इसी तरह करीमनगर की 2450 जायदादों के दस्ताविज़ात भी ग़ायब हैं जिनका कोई पता नहीं चल पारहा है।

निज़ामबाद में 2360 जायदादों की निशानदेही की गई हैं जिनके दस्ताविज़ात महिकमा माल के पास मौजूद नहीं हैं। नलगेंडा में 990 दस्ताविज़ात ग़ायब हैं जबकि वर्ंगल में 650 जायदादों के दस्ताविज़ात नहीं मिल पारहे हैं। खम्मम में 6400 जायदादों के दस्ताविज़ात गुमशुदा बताए जा रहे हैं इसी तरह मेदक में 300 जायदादों के दस्ताविज़ात नहीं मिल पारहे हैं।

महबूबनगर में 250 एसी जायदादें हैं जिनका रिकार्ड महिकमा माल के पास मौजूद नहीं हैं आदिलाबाद में सबसे कम जायदादों के दस्ताविज़ात लापता बताए जा रहे हैं और रिकार्ड के मुताबिक़ आदिलबाद में सिर्फ 15 दस्ताविज़ात ग़ायब दिखाए जा रहे हैं। हैदराबाद से 110 और रंगारेड्डी से ज़ाइद अज़ 3 हज़ार 900 जायदादों का ग़ायब होना कोई मामूली बात नहीं है।

ओहदेदारों का कहना हैके जिन जायदादों के रेकॉर्ड्स दस्तयाब नहीं हो रहे हैं इन जायदादों के मालकीयन को नोटिस जारी करते हुए उनसे रेकॉर्ड्स तलब किए जा रहे हैं ताके महिकमा माल में रेकॉर्ड्स को यकजा करने का अमल मुकम्मिल किया जा सके।