तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस के क़ाइदीन ने अलाहिदा रियासत के अमल को तेज़तर बनाने की कोशिश के तौर पर 22 सितंबर को नई दिल्ली में अपनी पार्टी की मर्कज़ी क़ियादत से मुलाक़ात करने का फ़ैसला किया है।
तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले वुज़रा अरकान-ए-पार्लीमैंट अरकान असेंबली-ओ-क़ानूनसाज़ कौंसिल कि एक मीटिंग आज यहां मिनिस्टर्स क्वाटर्रज़ में मुनाक़िद हुआ जिस में अलाहिदा तेलंगाना की तशकील से मुताल्लिक़ कांग्रेस वर्किंग कमेटी की तरफ़ से 30 जुलाई को किए गए फ़ैसले की रोशनी में मुस्तक़बिल की हिक्मत-ए-अमली पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।
वज़ीर इनफार्मेशन टेक्नालोजी पूनाला लकशमया ने मीटिंग के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि मीटिंग ने सीमा आंध्र के क़ाइदीन के इस बयान की मज़म्मत की गई जिस में उन्होंने कहा कि तशकील तेलंगाना को बादलना चाहीए।
मीटिंग ने फ़ैसला किया कि हैदराबाद को ही तेलंगाना का दार रुल हुकूमत बनाया जाना चाहीए । पूनाला लकशमया ने कहा कि क़ियाम तेलंगाना के मुतालिबा को कुबूल किए जाने पर कांग्रेस हाईकमान से इज़हार-ए-तशक्कुर के लिए 20 सितंबर से सारे इलाक़े में तमाम डिस्ट्रिक्ट कांग्रेस कमेटीयों की तरफ से जलसे मुनाक़िद किए जाऐंगे ।
17 सितंबर से तमाम मवाज़आत में कांग्रेस क़ाइदीन और वर्करों की तरफ से आम जलसों का इनइक़ाद अमल में लाया जाएगा । अक्टूबर में भी आम जलसे मुनाक़िद किए जाऐंगे।
जिन की तरीख़ का एलान किया जाएगा। इस मीटिंग ने कहा कि हैदराबाद में रहने वाले सनअतकारों और आम अफ़राद को दस्तूर के मुताबिक़ तहफ़्फ़ुज़-ओ-सलामती फ़राहम की जाये और उनके मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ किया जाये।