दहशतगर्द चौकसी इख़तियार करने से पहले घुस आए

नई दिल्ली: पठानकोट फ़िज़ाईया अड्डे पर दहशतगर्द बिलकुल फ़ौजी तर्ज़ की हिक्मत-ए-अमली का मुज़ाहरा कर रहे हैं और एसा लगता है कि चौकसी इख़तियार करने से पहले ही वो यहां घुस आए थे। पंजाब पुलिस‌ एस पी ने हमलावरों की जानिब से उन्हें अग़वा का दावा किया था जिसके बाद रियासत में चौकसी बढ़ा दी गई।

ज़राए के मुताबिक़ चौकसी का जैसे ही ऐलान हुआ, तमाम अहम तनसीबात बिशमोल पठानकोट फ़िज़ाईया के अड्डे पर भी सिक्योरिटी बढ़ा दी गई जिसकी वजह से दहशतगरदों के लिये हमला करना मुश्किल होगया। ज़राए ने कहा उन्हें शुबा है कि दहशतगर्द एक‌ जनवरी की सुबह फ़िज़ाई अड्डे में घुस गए थे जब कि इसी दिन कुछ घंटों बाद शाम में चौकसी इख़तियार की गई।

पंजाब पुलिस के एस पी की तरफ‌ से फ़राहम की जाने वाली मालूमात की जांच में भी चंद घंटे लग गए। उन्होंने दीगर दो के साथ दहशतगरदों की जानिब से अग़वा का दावा किया था। ज़राए ने बताया कि पुलिस ओहदेदारों ने जिन्हें एसपी ने दहशतगरदों के बारे में पहले इत्तेला दी , उसे ज़्यादा अहमियत नहीं दी उसकी वजह से भी अहम वक़्त ज़ाए हुआ।

सिक्योरिटी एजंसियों को शुबा है कि जुमला छः दहशतगर्द थे और वो दो ग्रुप्स में तक़सीम हुए। उन में एक ग्रुप 4 और दूसरा ग्रुप 2 दहशतगरदों पर मुश्तमिल था। पहले ग्रुप के चार दहशतगरदों को हफ़्ते को ही हलाक कर दिया गया जब कि दूसरे ग्रुप के दो दहशतगरदों के साथ आज भी लड़ाई जारी रही।

ऑपरेशन मुकम्मल होने के बाद ही कहा जा सकता है। इस दौरान ज़राए ने बताया कि पठानकोट दहशतगरदों की ट्रेनिंग इस से पहले 26/11 मुंबई दहशतगरदों से भी ज़्यादा बेहतर दिखाई दे रही है। उनकी हिक्मत-ए-अमली से साफ़ ज़ाहिर हो रहा है कि प्रोफेशनल फ़ौज ने उन्हें ट्रेनिंग दी है।

3 बजे शब हमला जिस वक़्त चौकसी की शिद्दत काफ़ी कम होती है और ख़ामोशी इख़तियार करते हुए ये तास्सुर देना गोया तमाम दहशतगर्द हलाक हो चुके हों । ये सारी हिक्मत-ए-अमली सिर्फ़ फ़ौज में ही होती है। दहश्तगरदों ने टोयोटा इनोवा कार में बैन उल-अक़वामी सरहद से पाँच किलोमीटर दूर पहुंचने के बाद ड्राईवर इक्कादर सिंह को हलाक कर दिया ताकि कोई शुबा बाक़ी ना रहे।

नेशनल इंवेस्टिगेशन‌ एजंसी ड्राईवर की हलाकत और एस पी के अग़वा की भी तहकीकात करेगी। एन आई ए ने पहले ही एस पी और उनके बावर्ची से पूछताछ की है जो उनके साथ गाड़ी में था । एस पी ने पहले इत्तेला दी थी कि वो चार दहशतगर्द थे।