दिल्ली की तरह हैदराबाद में भी डीज़ल गाड़ीयों पर पाबंदी!

हैदराबाद 01 जून: शहरे हैदराबाद में भी दिल्ली के तर्ज़ पर डीज़ल की गाड़ियां पर पाबंदी आइद कर दी जाएगी?रियासत तेलंगाना के अलावा 7 दुसरे रियासतों के चीफ़ सेक्रेटरीज़ को नेशनल ग्रीन ट्रब्यूनल ने वार्निंग जारी करते हुए कहा कि अगर आलूदगी से मुतास्सिरा शहरों में मौजूद गाड़ीयों की तफ़सीलात अगर नहीं जमा करवाई जाती हैं तो एसी सूरत में ट्रब्यूनल की तरफ से चीफ़ सेक्रेटरीज़ के नाम वारंट जारी कर दिया जाएगा।

फ़िज़ाई आलूदगी में हो रहे तेज़ी से इज़ाफे पर कंट्रोल के लिए किए जानेवाले इक़दामात के तौर पर 2000ccइंजन से ज़्यादा बड़ी डीज़ल की गाड़ीयों पर इमतिना या मुल्क में फ़रोख़त पर मुकम्मिल पाबंदी पर ग़ौर कर रहे नेशनल ग्रीन ट्रब्यूनल की इस मुक़द्दमा में अगली समाअत आइन्दा पीर को मुक़र्रर है। पिछ्ले साल के अवाख़िर में दिल्ली में सुप्रीमकोर्ट के अहकामात पर डीज़ल की बड़ी गाड़ीयों पर मुकम्मिल इमतिना आइद करते हुए फ़िज़ाई आलूदगी पर कंट्रोल के इक़दामात किए गए जिसके बेहतर नताइज बरामद हो रहे हैं। नेशनल ग्रीन ट्रब्यूनल में जारी फ़िज़ाई आलूदगी के इस मुआमला में मुल्क भर के 15शहरों में फ़िज़ाई आलूदगी में हद दर्जा इज़ाफ़ा रिकार्ड किया गया है और ट्रब्यूनल में सेंट्रल पोलुशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से पेश करदा रिपोर्ट में उस बात की निशानदेही की गई है कि इन शहरों में डीज़ल की बड़ी गाड़ीयों की भरमार के सबब फ़िज़ाई आलूदगी में जान-लेवा हद तक इज़ाफ़ा होता जा रहा है।सेंट्रल पोलुशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक फ़िज़ाई आलूदगी के जर्रात की हद 2.5 है इस हद से इज़ाफे की सूरत में इन्सान को दम्मा खांसी पेपड़ों में ख़राबी जैसी बीमारीयां लाहक़ होती हैं।

हैदराबाद में ये फ़िज़ाई जर्रात की हद 29.8 तक पहुंच चुकी है और इस हद पर कंट्रोल किया जाना बेहद ज़रूरी है बसूरत-ए-दीगर हालात खराब हो सकते हैं।मुल्क के फ़िज़ाई आलूदगी से मुतास्सिरा शहरों की फ़हरिस्त में बनारस सबसे ज़्यादा आलूदा शहर रिकार्ड किया जा रहा है जहां 2.5जर्रात की हद 125.2 जर्रात तक पहुंच चुकी है। इन शहरों में नागपुर 82.5 मुंबई 19.42 पुने18.32 चेन्नाई53.14 बैंगलोर 33.07 पटना 81.6 लखनऊ 35.5 जर्रात तक पहुंच चुके हैं।

शहरी इलाक़ों में बढ़ती फ़िज़ाई आलूदगी से जो सूरते हाल पैदा हो रही है इस के असरात तेज़ी से कमउमर बच्चे क़बूल करने लगते हैं जिन्हें आलूदगी से बचाना इस लिए भी ज़रूरी होता है चूँकि फ़िज़ाई आलूदगी बच्चों की नशे नुमा पर-असर अंदाज़ होती है।

सदर नशीन नेशनल ग्रीन ट्रब्यूनल जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने मुंबई और दिल्ली में अब तक क़दीम गाड़ीयों के इस्तेमाल पर भी ब्रहमी ज़ाहिर की। उन्होंने 8 रियासतों को नोटिस जारी की जिनमें महाराष्ट्रा तेलंगाना उतर प्रदेश कर्नाटक मग़रिबी बंगाल टामिलनाडु पंजाब बिहार शामिल हैं।

शहरे हैदराबाद में बड़ी डीज़ल की गाड़ीयों पर इमतिना आइद किए जाने की सूरत में फ़िज़ाई आलूदगी पर कंट्रोल और हद दर्जा आलूदगी में हो रहे इज़ाफे पर कंट्रोल के मुताल्लिक़ हुकूमत तेलंगाना की तरफ से रिपोर्ट पेश किए जाने का इमकान है।