दिल्ली के 4 नौजवानो को अगवाकर कार में जिंदा जलाया

झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के गांव ईस्सरहे़डी की बणी में बुध की रात चार लोगों का कत्ल कर उनकी लाशों को एक कार में बंद कर जला दिया गया। मरने वालों में तीन नजफगढ़ इलाके के गांव मितराऊं और एक समसपुर गांव के रहने वाले थे। पुलिस इन कत्ल की वजह पुरानी रंजिश बता रही है। जिला पुलिस कप्तान ने दावा किया है कि मुल्ज़िमों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पुलिस को इन नौजवानो के कत्ल के बाद लाश को ठिकाने लगाए जाने का इम्कान है। मामले की जांच की जा रही है। इन नौजवानो की शिनाख्त मनीष, संदीप, सुधीर और दीपक के तौर पर हुई। ये चारों दिल्ली के मितराऊं गांव के रहने वाले थे। बहादुरगढ़ के सदर थाना इलाके में जुमेरात के रोज़ सुबह एक कार जली हुई हालत में मिली।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसे कार से दो नौजवानो के जले हुए लाश बरामद हुए। जब कार की तलाशी ली गई तो उसकी डिक्की से भी दो और नौजवानो की जली हुई लाशें मिलीं। पुलिस के मुताबिक मजकूरा कार छावला के साकिन हरीश के नाम है। जबकि फिलहाल वह मितराऊं के संदीप के पास थी।

घर वालों के पहुंचने पर इनकी पहचान की गई। मक्तूलों की पहचान दिल्ली नजफगढ़ के मितराऊं गांव के सुधीर (32), मनीष (28), संदीप (23) और समसपुर गांव के 17 साला दीपक के तौर पर हुई। घर वालों कत्ल के पीछे रंजिश बताई है। जिस इलाके में इन लाशों को जलाया गया है, वह इसरहे़डी गांव का सुनसान इलाका है।

घर वालों के मुताबिक, चारों नौजवान नया साल मनाने के लिए घर से रात को निकले थे। घर से निकलने के बाद वे अपने एक साथी के यहां रूके थे। बुध की रात 11 बजे के बाद घर वालों का उनसे कोई राबिता नहीं हो सका। घर वालों ने कई बार राबिता कायम करने की कोशिश की, लेकिन चारों में से किसी का नंबर नहीं मिला। पुलिस को शक है कि दिल्ली में ही इन नौजवानो का कत्ल कर लाश को बहादुरगढ़ में ठिकाने लगाया गया है.

गौरतलब है कि मितराऊं गांव गैंगवार के लिए तीन दहा से सुर्खियों में रहा है। जमीन के एक छोटे टुक़डे को लेकर सालो‍ से चल रहे गैंगवार की वजह से ही ये कत्ल किये गये हैं. चारों लाशों को कत्ल के बाद जलाया गया है। लाश बुरी तरह से जली हुई थी। कार के अंदर एक गोली भी मिली है।