दिल्ली में एहतेजाज,तलबा को स्मृति ईरानी के दफ़्तर पहुंचने से रोक दिया गया

नई दिल्ली 28 जनवरी: हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी के एक दलित स्कॉलर रोहित को इन्साफ़ दिलाने में ताख़ीर के ख़िलाफ़ दिल्ली की मुख़्तलिफ़ यूनीवर्सिटीयों के सैंकड़ों तलबा ने फिर एक मर्तबा वज़ारत फ़रोग़ इन्सानी वसाइल तक जलूस मुनज़्ज़म किया जहां दिल्ली पुलिस ने तक़रीबन 60 तलबा को हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक़ सिक्योरिटी ख़दशात के तहत तक़रीबन 60 तलबा को शास्त्री भवन के बाहर हिरासत में लिया गया जिन्हें पार्लियामेंट स्टरीट पुलिस स्टेशन मुंतक़िल कर दिया गया। जवाहर लाल नेहरू यूनीवर्सिटी स्टूडेंटस यूनीयन की नायब सदर शहला राशिद शोरा ने कहा कि जब कभी हमने वज़ारत तक जाते हुए वज़ीर फ़रोग़ इन्सानी वसाइल स्मृति ईरानी को अपने मुतालिबात पेश करने की कोशिश की, पुलिस की तरफ से हमें रोकते हुए हिरासत में लिया गया। एहतेजाज करना एक बुनियादी हक़ है। हमें एक ऐसे वक़्त इस हक़ से महरूम नहीं किया जाना चाहीए जब हुकूमत इस इदाराजाती क़त्ल की पर्दापोशी की कोशिश कर रही है।

इस तालिब-इल्म (रोहित वीमोला) ने इदारे की हरासानी के सबब ख़ुदकुशी किया था। मुल्क भर की यूनीवर्सिटीयों में इस किस्म की इन तमाम ख़ुदकुशियों के कौन ज़िम्मेदार हैं जिन ख़ुदकुशियों के वाक़ियात का मंज़र-ए-आम पर भी नहीं आते। रोहित की ख़ुदकुशी के मसला पर ब्रहम तलबा का एहतेजाज एक हफ़्ते से दिल्ली में जारी है।