दिल्ली में कांग्रेस से बिना शर्त ताईद मिलने के बाद तमाम कयासों के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के सरबराह अरविंद केजरीवाल ने पहली बार इस बात के इशारे दिए हैं कि उनकी पार्टी हुकूमत बनाने को तैयार है। अरविंद केजरीवाल ने अखबार इकनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘आवाम चाहती है कि हम अब कर के दिखाएं।’ साथ ही केजरीवाल यह भी मानते हैं कि हुकूमत बनाने से उन्हें आइंदा लोकसभा इंतेखाबात में फायदा होगा। आम आदमी पार्टी हुकूमत बनाने पर अपना फैसला पीर के रोज़ सुनाएगी।
केजरीवाल ने कहा, ‘हुकूमत बनाने और हमारे तरफ से किए गए वादों को पूरा करने से ‘आप’ को लोकसभा इंतेखाबात में बड़ा फायदा होगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी कांग्रेस की ताइद से हुकूमत बनाने जा रही है केजरीवाल ने कहा, ‘इस ताल्लुक में आखिरी फैसला हफ्ते के आखिर तक पार्टी की वॉर्ड सतह की मीटिंग के बाद लिया जाएगा, लेकिन आवाम से ज़्यादा ताईद और दबाव है।’
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा इलेक्शनो में 70 में से 28 सीटें जीत कर सियासी पारी का शानदार आगाज करने वाली केजरीवाल की पार्टी ने अक्सरियत नहीं मिलने की वजह से कांग्रेस की ताईद से हुकूमत बनाने को लेकर आवाम से पूछने की कवायद शुरु की है।पार्टी इस बारे में दिल्ली के लोगों से राय ले रही है और केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली की 75 फीसदी से ज्यादा आवाम यह चाहती है कि ‘आप’ हुकूमत बनाए।
उधर, एबीपी न्यूज और नीलसन ने इस मामले में दिल्ली की जनता से राय मांगी कि क्या कांग्रेस की ताईद से दिल्ली में आम आदमी पार्टी को हुकूमत बनानी चाहिए? एबीपी-नीलसन के सर्वे में 80 फीसद लोगों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस की ताईद से हुकूमत बनानी चाहिए। वहीं 19 फीसद लोगों का ख्याल है कि केजरीवाल को मुकम्मिल अक्सरियत नहीं मिली है, इसलिए कांग्रेस के साथ मिलकर इत्तेहाद की हुकूमत नहीं बनानी चाहिए। जबकि एक फीसद आवाम की राय साफ नहीं है।