मिडिल ईस्ट: आम तौर पर मीडिया और लोगों में इस्लाम और अरब देशों को लेकर यह सोच बनी हुई है कि वहां इस्लाम और इस्लामी देशों में औरतों को कमरे में क़ैद कर गुलामों की तरह रखा जाता है और उन्हें कुछ करने की आज़ादी नहीं होतीl हमारे देश की मीडिया भी सिक्के के उसी पहलु को दिखाना पसंद करती है जिसे इस्लाम और अरब देश विरोधी इंटरनेशनल मीडिया दिखाता है। इसके पीछे की वजह देश में हिन्दू मुस्लिमों का आपसी मन मुटाव हो या कुछ और लेकिन सच की तस्वीर लोगों के सामने नहीं आ पाती।
हाल ही में दुबई में हुए एक प्रोग्राम “वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट” में अलग-अलग अरब देशों से पहुंची महिलाओं ने अपनी ज़िन्दगी और अपनी कामयाबियों की जो कहानी बुलंद कहानी दुनिया से बांटी है और अपनी निजी ज़िन्दगी में मिली आज़ादी के बारे में बताया है उससे इन देशों और इस्लाम की एक अलग ही छवि बनकर सामने आती है। तो देखिये इस वीडियो को और जानें क्या बताना चाहती हैं अरब की यह महिलायें इस्लाम और अरब में अपनी ज़िन्दगी के बारे में दुनिया को।