देवरिया बालिका गृह कांड पर बोलीं बीजेपी सांसद हेमा मालिनी, कहा-‘तो अब क्या करें’

बिहार के मुजफ्फरपुर के बाद यूपी के देवरिया में बालिका आश्रय गृह में रहने वाली लड़कियों के साथ यौन शोषण के मामले ने झकझोर कर रख दिया है. वहीँ, यूपी के मथुरा से बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी ने इस मामले को लेकर किए गए सवाल पर अजीबो-गरीब बयान दिया है. उन्होंने सवाल पर कहा कि ‘दुखद, तो अब क्या करें.’

इतना कहा और कार में बैठ गईं
हेमा मालिनी ने इतना कहा और इसके बाद कार में बैठ गईं. इसके अलावा उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की. खबर के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनके इस जवाब को निशाने पर ले रहे हैं. हेमा मालिनी मालिनी उत्तर प्रदेश के मथुरा से बीजेपी की सांसद हैं. देवरिया सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह नगर गोरखपुर के मंडल का जिला है.

देवरिया मामले पर मच रहा बवाल, ये है पूरा मामला 
5 अगस्त को देवरिया बालिका गृह में देह व्यापार कराए जाने का मामला सामने आने के बाद हलचल मची है. यहां रहने वाली नाबालिग बच्चियों के साथ बाहर ले जाकर रेप किया जाता था. एक बच्ची भागकर पुलिस के पास पहुंच गई, इसके बाद जो सच्चाई सामने आई, उससे रोंगटे खड़े हो गए. यहां से 24 बच्चियों को छुड़ाया गया. संचालिका गिरिजा त्रिपाठी सहित चार को अब तक अरेस्ट किया गया है. यूपी सरकार ने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की घोषणा की है. मामले को लेकर हमलावर विपक्ष यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग कर रहा है. वहीँ, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में टिप्पणी की है कि कहीं इस मामले में राजनेता या वीआईपी तो शामिल नहीं है.

 

सजा-धजाकर ले जाया जाता था, बड़ी लड़कियों के साथ गलत होता था
इनमें से कई लड़कियों ने जो आपबीती बताई है, वह रोंगटे खड़ी कर देने वाली है. एक नाबालिग लड़की बताती है कि उन्हें तैयार होने को कहा जाता था. सब सज-धज जाती थीं. इसके बाद शाम 4 से 6 बजे के बीच चार पहिया (कार) आती थी. और ले जाते थे. देवरिया से गोरखपुर भी ले जाते थे. गोरखपुर में होटल/कमरों में ले जाते थे. मेरे साथ कुछ नहीं करते थे, लेकिन बड़ी-बड़ी सब लड़कियों के साथ गलत काम होता था. मुझे पता नहीं क्यों ले जाते थे.’ वह बताती है कि उसे माह में पांच-छह बार ले जाया जाता था. पीछे कुर्सी पर बैठी लड़की की ओर इशारा करते हुए वह कहती है कि इसके साथ भी गलत काम होता था. वो लोग सब बड़ी लड़कियों के साथ करते थे.’ गाड़ी चलाने वाला और साथ में रहने वाला अपना नाम नहीं बताता था. पूछा फिर भी कभी नाम नहीं बताया. बड़ी मैम भी साथ जाती थी. वह बताती है कि पैसा भी देते थे. एक बार में जाने और गलत काम के बाद सबको 500 से 1000 रुपए देते थे.