देश के जाने-माने कवि केदारनाथ सिंह का निधन

आधुनिक हिंदी साहित्य के मशहूर कवि और लेखक केदारनाथ सिंह का सोमवार शाम दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के चकिया में एक जुलाई 1934 में जन्मे सिंह को वर्ष 2013 में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पाने वाले वह हिंदी साहित्य के 10वें लेखक थे। उनकी मौत की खबर से साहित्य जगत में शोक की लहर है।

वह अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। उनकी प्रमुख रचनाओं में अभी बिल्कुल अभी, जमीन पक रही है, अकाल में सारस, तालस्तॉय और साइकिल, बाघ तथा सृष्टि में पहरा शामिल हैं। उन्होंने बनारस विश्वविद्यालय से 1956 में हिंदी में एमए और 1964 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा केंद्र में बतौर आचार्य और अध्यक्ष काम कर चुके हैं।