देश के ज़्यादातर हिन्दू सेक्युलर हैं: असदुद्दीन ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के हैदराबाद से सांसद, असदुद्दीन ओवैसी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे राजनीतिक लाभ के लिए हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का उपयोग करते हैं।

चेन्नई में हो रहे पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ – 2017 में बोलते हुए ओवैसी ने बिना प्रधानमंत्री का नाम लिए कहा कि अपने भाषण कौशल का इस्तेमाल कर देश के लोगों की आंख में धूल झोंकी है।

“मेरा मानना है कि अधिकांश हिन्दू सेक्युलर है। लेकिन दुर्भाग्यवश वे एक ऐसे इन्सान की बातों में आ गये जो बोलने में माहिर है,” ओवैसी ने इन शब्दों में मोदी की तरफ साफ़ इशारा करते हुए कहा। “ऐसा इसलिए है क्योंकि कांग्रेस भाजपा को सत्ता में आने से रोकने में विफल रही,” उन्होंने सत्र ‘क्षेत्र, धर्म, पहचान: भारत सबसे पहले’ में बोलते हुए कहा। ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय ‘हिंदुत्व जीवन का एक तरीका है’ को अस्वीकार करते हुए कहा, “अगर सुप्रीम कोर्ट हिंदुत्व को जीवन के एक तरीके के रूप में पहचानता है तो इस्लाम और इसाइयत भी कई लोगों के लिए ज़िन्दगी का एक तरीका है।”

क्या-क्या कहा ओवैसी ने:

  1. मेरा मानना है कि अधिकांश हिन्दू सेक्युलर है। लेकिन दुर्भाग्यवश वे एक ऐसे इन्सान की बातों में आ गये जो बोलने में माहिर है।
  2. बीफ सुन कर उनके दिल में क्या ख्याल आता है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं इसे खाना चाहूँगा अगर यह हलाल है तब।
  3. सिनेमा हॉल में राष्ट्रिय गान बजने पर क्या वे खड़े होंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा: इसके लिए एक कानून है और मैं उसका पालन करूँगा।
  4. ‘मुस्लिम’ सुनकर उनके दिमाग में क्या आता है इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा: देशभक्त।
  5. जहां तक ​​आतंकवाद का सवाल है तो इसकी निंदा की जानी चाहिए, इसे नजरअंदाज करने का कोई सवाल ही नहीं है।
  6. आईएसआईएस की शैतानी विचारधारा केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक खतरा है। कट्टरता कभी नहीं होना चाहिए।
  7. युवा मुसलमानों का आईएसआईएस में शामिल होना चिंता का कारण है।
  8. दक्षिण भारत से केवल चार मुस्लिम सांसद हैं। धर्मनिरपेक्षता की पूरी बहस असफल साबित हो रही है।
  9. हमें पहले एक अच्छा इंसान बनने की कोशिश करनी चाहिए; मैं तेलंगाना से हूँ या मुसलमान यह बाद में आता है।
  10. मैं लोकतंत्र में विश्वास रखता हूँ। इसमें मुझे अपने मुताबिक बोलने का अधिकार है।
  11. प्रमुख संस्कृति की भाषा होने की वजह से हिंदी को देश की एकल भाषा कहना सही नहीं। हमें समझना पड़ेगा कि संघवाद हमारे संविधान का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
  12. राजनीति या भाषा ने नहीं बल्कि आंध्र को कांग्रेस ने बांटा है।