धर्मों के कानून अपनी जगह लेकिन संविधान सबसे ऊपर: जावेद अख्तर

राजस्थान: बॉलीवुड के जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर जोकि हमेशा अपने निष्पक्ष बयानों के लिए चर्चा में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के हक़ में बोलकर तीन तलाक को अमानवीय करार दिया है। जावेद जी का कहना है कि ऐसा काम करने वाले हरगिज इस्लामिक नहीं हो सकते क्योंकि कुरान में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा गया है। दुनिया में और भी इस्लामिक देश हैं जिन्होंने इसे प्रतिबंधित किया है तो भारत में इसे लागू करने में क्या दिक्कत है जबकि भारत तो है ही धर्मनिरपेक्ष देश।  जावेद अख्तर ने कहा कि तीन तलाक के पक्षधर मुसलमानों से पूछा जाना चाहिए कि अमेरिका, सिंगापुर, इंग्लैंड में अगर वे रहते हों तो क्या वहां ऐसा कर सकते हैं।

जावेद अख्तर ने कहा कि देश में तमाम धर्म हैं। वे अपने-अपने निजी कानून बनाएं लेकिन यहाँ सबसे ऊपर जो है वह है देश का संविधान और हिंदू, मुस्लिम, सिख-इसाई का कानून संविधान से ऊपर नहीं हो सकता। जावेद का कहना है कि उन्हें धर्म की बातें समझ में नहीं आतीं इसलिए वह नास्तिक हैं।