धूलागड़ में साम्प्रदायिक हिंसा नहीं- ममता बनर्जी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हावड़ा जिले के धुलागढ़ में कोई साम्प्रदायिक हिंसा नहीं हुई है उन्होंने इसको ‘‘स्थानीय समस्या’’ बताया। उन्होंने संवाददाताओंं से कहा, यह छोटी-मोटी बात है, वह साम्प्रदायिक समस्या नहीं थी। मैं पुलिस के बयान के साथ हूं। मुख्यमंत्री ने यहाँ किसी प्रकार का दंगा होने से इनकार किया था और आरोप लगाया था कि सोशल मीडिया पर ‘गलत सूचना दी जा रही है।

ममता ने कहा, ‘पिछले 15 दिनोंं से सोशल मीडिया ऐसी घटना पर गलत सूचना दे रही है, जो हुई ही नहीं है। उन्होंने राज्य सचिवालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धुलागढ़ में इस महीने के आरंभ में हुई हिंसा की खबरों के बारे में उक्त बात कही। उन्होंने कहा, ‘खबर ब्रेक करने के प्रयास में किसी को गैर-जिम्मेदारी से काम नहीं करना चाहिए। यदि वाकई कुछ हुआ है, तो आपको (मीडिया) उसे दिखाने का पूर्ण अधिकार है, लेकिन मुझे लगता है कि मौके का मुआयना किया जाना चाहिए।

ममता की यह टिप्पणी आने से पहले, सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल कहा था कि धूलागढ़ हिंसा में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और पीड़ितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। मुख्यमंत्री ने आज कहा कि यदि एक परिवार का मकान क्षतिग्रस्त होता है या वे प्रभावित होते हैं तो उनकी मदद को सबसे पहले राज्य सरकार आगे आती है। हम यह मानवीय आधार पर करते हैं, लेकिन हम कोई प्रचार नहीं करते।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से जुड़े हावड़ा के धूलगढ़ में साम्प्रदायिक तनाव बरकरार होने की खबरें आ रही थी। मिलाद उन नबी के मौके पर निकाले गए जुलूस पर एक गुट ने हमला कर दिया था उसके अगले अगले दिन प्रतिशोध की कार्रवाई में कई मकानों और दुकानों में आग लगा दी गई थी। प्रशासन ने मंगलवार को हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 25 लोगों को हिरासत में लिया है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुस्लिम यह कहते हैं कि उनके जुलूस पर कुछ हिन्दुओं ने घात लगाकर हमला किया और जुलूस को बाधित करने की कोशिश की। फिलहाल हिंसा नियंत्रित है। हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।