नए चीफ़ सेक्रेटरी का तक़र्रुर तात्तुल का शिकार

रियासत आंध्र प्रदेश के नए चीफ़ सेक्रेटरी के तक़र्रुर पर ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत बरक़रार है क्युंकि रियासत की तक़सीम का अमल तमाम सियासी मक़ासिद के लिए सिर्फ़ काग़ज़ी कार्रवाई तक ही महिदूद है।

तेलंगाना रियासत का क़ियाम अमल तौर पर वजूद में नहीं आया। मौजूदा चीफ़ सेक्रेटरी प्रसन्ना कुमार मोहंती 1979 बयाच के आई ए एस ओहदेदार अपनी उम्र की तकमील की वजह से सबकदोश होरहे हैं।

अगरचे कि इस बात का क़वी इमकान हैके मोहंती को रियासत की तक़सीम का अमल पूरा होने तक तीन माह की तौसीअ मिल सकती है लेकिन वो चीफ़ सेक्रेटरी की हैसियत से बरक़रार रहने तैयार नहीं है।

मोहंती ने बताया जाता हैके अपने जूनियर ब्यूरोक्रेट्स के सामने कहा है कि में इस ओहदे पर 28 फ़रवरी के बाद एक मिनट के लिए भी बरक़रार नहीं रहूँगा।

मोहंती ने इन ओहदेदारों के सामने ये भी कहा है कि वो अपनी ज़िम्मेदारीयां दूसरे ओहदेदार के सपुर्द कर के मुक़र्ररा तारीख़ को सबकदोश होजाऊंगा।

रियासती ब्यूरोक्रेसी के सरबराह की हैसियत से चीफ़ सेक्रेटरी का तक़र्रुर अमल में आता है चीफ़ मिनिस्टर ही इस तक़र्रुर का फ़ैसला करते हैं ताहम निगरानकार चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने इस मुआमले में कोई फ़ैसला करने से इनकार कर दिया है।

उनके सामने चंद सीनीयर अहल ओहदेदारों के नाम पेश किए गए तो उन्होंने इस पर ग़ौर नहीं किया। 1978 बयाच के ऐम समोयल एस ओहदे के लिए सर-ए-फ़हरिस्त हैं लेकिन वो मार्च के इखतेताम तक सबकदोश होंगे लिहाज़ा वो चीफ़ सेक्रेटरी की दौड़ से दूर होगए हैं।

आई वे सुबह राव और आई वाई आर कृष्णा राव दोनों 1979 बयाच के ओहदेदार हैं। चीफ़ सेक्रेटरी पोस्ट के लिए ये दोनों ही मौज़ूं हैं ताहम सुबह राव पैरिस में यूनीसैफ़ से वाबस्ता ख़ारिजी उमूर की अंजाम दही में मसरूफ़ है।

चीफ़ सेक्रेटरी की हैसियत से उनका तक़र्रुर ख़ारिज अज़ इमकान है उन की सरविस अगस्त 2015 को ख़त्म होगी। कृष्णा राव चीफ़ कमिशनर आफ़ लैंड एडमिनिस्ट्रेशन में सैकिण्ड इन कमांड की हैसियत से ख़िदमत अंजाम दे रहे हैं। वो चीफ़ सेक्रेटरी के ओहदे के लिए असल दावेदार बन सकते हैं। इन का रिटायरमेंट जनवरी 2016 को होगा।