नये साल पर रेलवे का बुजर्गों को तोहफा, साथ सफर करने की मिली सहूलियत।

नई दिल्ली: रेलवे की तरफ से मुसाफिरों के सफर को सुहाना बनाने की कोशिश में एक कदम और बढ़ाते हुए सीनियर सिटीजन मुसाफिरों को ध्यान में रखते हुए रिजर्वेशन सिस्टम में एक एहम बदलाव किया है जिसके तहत अब 1 जनवरी से बुजुर्ग जोड़े रिज़र्व टिकट पर ‘एक साथ सफर’ करने की सहूलियत पाएंगे। रेलवे सीनियर सिटिजन के कोटे को दो से बढ़ाकर चार करने जा रहा है। अब दोनों को अलग-अलग बर्थो पर सफर नहीं करना पड़ेगा। जैसा की हम सब जानते हैं कि भारतीय रेलवे अब मुसाफिरों की सेवा में लगातार सुधार कर रहा है और उनकी परेशानी दूर करने की कोशिशों में लगा हुआ है इसी कोशिश में बुजुर्ग व महिला यात्रियों पर भी ख़ास ध्यान दिया जा रहा है।

अभी तक मेल, एक्सप्रेस, शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस में सीनियर सिटिजन के लिए अलग-अलग कैटेगरी में दो बर्थ आरक्षित होती हैं। इस बर्थ पर अकेले सफर करने वाले सीनियर सिटिजन को टिकट मिलता था। ऐसी हालत में बुजुर्ग जोड़ों को एक साथ बर्थ नहीं मिल पाती थी । कई बार तो बर्थ नहीं मिलने से बुजुर्ग दंपती को एक ही बर्थ पर यात्र करना पड़ती थी, जिससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ती थी।

इस परेशानी को खत्म करने के लिए रेलवे अब  नए साल से बुजर्गों को ‘साथ’ का तोहफा देने जा रहा है। पहली जनवरी से सभी ट्रेनों के स्लीपर व एसी थ्री में सीनियर सिटिजन के लिए बर्थ की गिनती दो से बढ़ाकर चार की जा रही है, जिससे बुजुर्ग दंपती को एक साथ दो बर्थ अलाट हो सकेंगी। सफर के दौरान सीनियर सिटिजन को उम्र बताने के लिए आईडी कार्ड के साथ-साथ पति पत्नी होने के सबूत के तौर पर कोई दस्तावेज जैसे पासपोर्ट वगैरा टीटीई को दिखाना पड़ सकता है। सीनियर सिटिजन को नीचे की बर्थ उपलब्ध होगी। जो बुजुर्ग मुसाफिर रिज़र्व कोटे से बर्थ नहीं ले रहे हैं, उन्हें भी नीचे की बर्थ मुहैया कराई जाएगी। ट्रेन में ड्यूटी करने वाले टीटीई को हुकम दिया गया है कि अगर किसी सीनियर सिटिजन को ऊपर की बर्थ मिली है तो वह नीचे की बर्थ वाले यात्रियों से विनती कर सीनियर सिटिजन को नीचे का बर्थ मुहैया कराएं। इन नए कानूनों के बारे में एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि पहली जनवरी से ट्रेनों में सीनियर सिटिजन के लिए यह सुविधा शुरू हो जाएगी।