नाजिया बेगम की हत्या की गई थी, क्यूंकि उसने मांगी थी 70000 रुपये की मांग

हैदराबाद 23 सितंबर: राजेंद्र नगर पुलिस ने नाज़िया बेगम क़त्ल केस का मसला हल कर लिया है और इस सिलसिले में पुलिस ने नाज़िया के साथी सलीम को गिरफ़्तार कर लिया जो अक्सर अपनी कैब और आटो में ले जाया करता था।

उपायुक्त पुलिस शमशाबाद पद्मजा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोपी को मीडिया के सामने पेश किया और क़त्ल की वजूहात से वाक़िफ़ करवाया।क़त्ल की असल वजह के पीछे राज़ का पुलिस को भी इलम ना हो सका कि सलीम के इस हद तक जाने की वजह क्या थी।

नाज़िया दूसरे शौहर से नाराज़ थी और सलीम अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में खुश था।बताया जाता है कि नाज़िया की लाश को पुलिस ने मूसा नदी से 6 सितंबर को निकला था जबकि उसकी गुमशुदगी की शिकायत बोइनपल्ली पुलिस स्टेशन में की गई थी। डीसीपी ने इस मामले की जल्द तहक़ीक़ात पर सब इंस्पेक्टर नारायण रेडडी की तारीफ की।

उन्होंने बताया कि 31 अगस्त को 28 वर्षीय सलीम नाज़िया बेगम की हत्या का प्लान तैयार कर चुका था इस महिला को अपनी गाड़ी में लेगया और झगड़े के बाद उसने महिला की हत्या कर दी और उसकी लाश को थैले में बांधकर राजेंद्र नगर में एक सुनसान स्थान पर लाश को मूसा नदी में फेंक दिया। पुलिस के अनुसार, नाजिया और शेख सलीम की जान पहचान ढाई साल पेहले हुई थी।

पुलिस के अनुसार सलीम का कहना है कि नाज़िया इस से दुबई जाने के लिए 70 हज़ार रुपये का मुतालिबा कर रही थी और इस बात पर वो झगड़ा भी कर रही थी पुलिस इस बात का पता चलाने में मसरूफ़ है कि सलीम ने नाज़िया से क़र्ज़ लिया था।

डीसीपी के अनुसार दोनों में राशि की बात पर झगड़ा हुआ था और पीड़ित ने मांग की थी कि वह पैसे की व्यवस्था करे या फिर उसकी पत्नी को तलाक दे जिसकी वजह से उसने अपनी ज़िंदगी से परेशानी को खत्म करने के लिए नाज़िया को ख़त्म करने का मन्सूबा तैयार किया। पुलिस ने सलीम को अदालती तहवील में दे दिया।