नीतीश कुमार के NDA के साथ जाने के फैसले से सहमत नहीं हूं, लोगों का जनादेश इसके लिए नहीं था- शरद यादव

नई दिल्‍ली। बिहार में जिस प्रकार राजनीति ने करवट ली है, यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा। नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन की थी।

चुनावी मैदान में नीतीश कुमार ने जमकर पीएम मोदी पर हमला बोला था। बिहार के लोगों ने इस महागठबंधन को अपना जनादेश भी दिया और एक बार फिर नीतीश कुमार की सरकार बनी।

अचानक महागठबंधन से अलग होकर एनडीए के साथ जाने से उनके पार्टी में ही बगावत के सूर उठने लगे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और अध्यक्ष रह चुके शरद यादव ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है।

नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के साथ हाथ मिलाने से वहां का पूरा राजनीतिक परिदृश्‍य ही बदल गया है। हालांकि उनकी ही पार्टी जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष शरद यादव इससे खुश नहीं हैं।

उन्‍होंने सोमवार को कहा, मैं बिहार में फैसले से सहमत नहीं हूं। यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है। लोगों का जनादेश इसके लिए नहीं था।