नेशनल हेराल्ड केस अदालत को मुतमइन करना स्वामी की ज़िम्मेदारी कांग्रेस

नई दिल्ली: कांग्रेस की सदर सोनिया गांधी उनके फ़र्ज़ंद राहुल गांधी और नेशनल हेराल्ड केस के दूसरे मुल्ज़िमीन ने आज दिल्ली की एक अदालत से कहा कि पहले बीजेपी लीडर सुब्रमण्यम स्वामी को चाहिए कि वो अदालत को मुतमइन करें कि उनके पास मुनासिब दस्तावेज़ात मौजूद हैं।

अदालत ने ये दस्तावेज़ात मुख़्तलिफ़ विज़ारतों से तलब किए हैं। सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने गांधी ख़ानदान की तरफ‌ से पेश होते हुए मेट्रो पोलीटन मजिस्ट्रेट लवलीन से कहा कि शिकायत कनुंदा सुब्रमण्यम स्वामी को ये बताना चाहिए कि अदालत ने जो दस्तावेज़ात11 जनवरी को तलब किए हैं वो किस तरह इस मुक़द्दमे में से मुताल्लिक़ हैं।

कपिल सिब्बल ने अदालत से कहा कि इस हुक्मनामे को मोती लाल वोहरा ने हाइकोर्ट में चैलेंज किया है और हाइकोर्ट ने इस दरख़ास्त पर सुब्रमण्यम स्वामी को एक नोटिस जारी की है। मोती लाल वोहरा भी इस केस के एक मुल्ज़िम हैं। मुल्ज़िमीन की नुमाइंदगी करने वाले वुकला ने भी अदालत से कहा कि ये दस्तावेज़ात एक सरबमहर लिफ़ाफ़े में एसे वक़्त‌ तक महफ़ूज़ रखे जाने चाहिऐं जब तक हाइकोर्ट में इस दरख़ास्त की यकसूई नहीं होजाती।

इस इस्तिदलाल की मुख़ालिफ़त करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने अदालत से कहा कि ये दस्तावेज़ात एसोसीएट्ड जर्नल लिमेटेड से ताल्लुक़ रखते हैं और इसी केस से ताल्लुक़ रखते हैं। ये दस्तावेज़ात आज अदालत में पेश किए गए थे। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि हालाँकि हाइकोर्ट ने वोहरा की दरख़ास्त पर उन्हें नोटिस जारी की है लेकिन उसने मेट्रोपोलैटिन अदालत में मुक़द्दमे की समाअत पर कोई हुक्म इलतिवा जारी नहीं किया है|