न्यूज़ीलैंड मस्जिदों पर हमला: क्या पुरी दुनिया के मुसलमानों में गुस्सा?

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इस्लामी गणतंत्र ईरान सहित दुनिया के अनेक देशों ने न्यूज़ीलैंड में मस्जिदों में नमाज़ियों पर होने वाले हमलों की कठोर शब्दों में निंदा की है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने अपने ट्वीट में लिखा कि पश्चिमी सरकारों को चाहिए कि मुसलमानों की छवि ख़राब किए जाने का समर्थन बंद करें।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम क़ासेमी ने कहा कि क्राइस्ट चर्च के आतंकी हमले खुली हुई दरिंदगी है और न्यूज़ीलैंड की सरकार को चाहिए कि दोषियों को पकड़ कर दंडित करे। क्राइस्ट चर्च शहर की दो मस्जिदों पर होने वाले आतंकी हमलों में अब तक 49 लोग मारे जा चुके हैं और 27 घायल हैं।

पाकिस्तान ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने ट्वीट करते हुए इसे 11 सितम्बर के आतंकी हमले के बाद दुनिया भर में मुसलमानों ख़िलाफ़ भड़काई जाने वाली भावना का नतीजा बताया। उन्होंने लिखा कि यह हमला हमारे इस स्टैंड की पुष्टि करता है कि आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता।

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने हमले की कठोर निंदा करते हुए कहा कि ईश्वर पीड़ितों पर रहम करे। उन्होंने कहा कि यह दुनिया में इस्लामोफ़ोबिया फैलाए जाने का नतीजा है।

इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रिटनो मरसूदी ने भी हमले की निंदा करते हए पीड़ितों से सहानुभूति जताई है। उन्होंने बताया कि हमले के समय इंडोनेशिया के 6 नागरिक भी मस्जिद में मौजूद थे जिनमें से 3 सुरक्षित हैं जबकि शेष तीन की खोज की जा रही है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कट मोरीसन ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला दक्षिणपंथी धड़े से संबंध रखने वाले आतंकी ने अंजाम दिया है। उन्होंने पुष्टि की कि हमलावर आस्ट्रेलियाई नागरिक है और सुरक्षा अधकारी इस बारे में जांच कर रहे हैं।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने भी न्यूज़ीलैंड की जनता से सहानुभूति जताई। मलेशिया की सत्तधारी पार्टी ने हमले की निंदा करते हुए इस दिन को इंसानियत और विश्व शांति के लिए काला दिन बताया। भारत के वरिष्ठ मुस्लिम स्कालर कमाल फ़रूक़ी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह मुस्लिम विरोधी रुजहान का नतीजा है।