न्यूज़ीलैंड मस्जिदों पर हमला: आतंकी ने जिन्दा नज़र आ रहे सभी लोगों पर गोलियां बरसाई!

न्यूजीलैंड में शुक्रवार को क्राइस्टचर्च में हुए आतंकी हमले में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला दो मस्जिदों में हुआ। इस हमले में बांग्लादेश की क्रिकेट टीम बाल-बाल बच गई।

ज़ी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, बांग्लादेशी क्रिकेट टीम की बस जब अल नूर मस्जिद में प्रवेश करने वाली थी, तभी यह हमला हुआ। टीम के वीडियो एनालिस्ट श्रीनिवास चंद्रशेखरन भी बस में थे। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों की योजना नमाज के बाद अभ्यास करने की थी, लेकिन मस्जिद पहुंचने से पहले ही सब कुछ बिखर गया।

वीडियो एनालिस्ट श्रीनिवास चंद्रशेखरन के मुताबिक बांग्लादेशी टीम की बस इस घटना स्थल से कुछ मीटर दूर थी। खिलाड़ियों ने गोली चलने की आवाज सुनी और कुछ क्षण बाद एक महिला को गिरते देखा।

कुछ खिलाड़ी घायल महिला की मदद करना चाहते थे। तभी उन्होंने मस्जिद से डरे हुए लोगों को बाहर निकलते देखा, जिनमें से कुछ के खून बह रहा था।

भारत के चंद्रशेखरन ने बताया, ‘हम शुरू में कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सके। यह इतनी भयावह स्थिति थी, आपका दिमाग अचानक ही काम करना बंद कर देता है क्योंकि आप डर जाते हो। हम सभी के साथ ऐसा ही हुआ।

मुंबई में बसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर चंद्रशेखरन ने कहा कि शुरू में उन्होंने महसूस ही नहीं किया कि यह आंतकी हमला था। चंद्रशेखरन ने कहा, ‘यह मस्जिद से कुछ मीटर दूर था और हमने गोलियों की आवाज सुनी।

न तो खिलाड़ियों और न ही मुझे महसूस हुआ कि क्या हो रहा था। अचानक ही हमने देखा कि एक महिला सड़क पर गिर पड़ी। हमने सोचा कि यह चिकित्सीय आपात स्थिति थी. कुछ खिलाड़ी बस से उतरकर उस महिला की मदद करना चाहते थे।

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘हालांकि, हमने महसूस किया कि यह उससे कहीं ज्यादा थाह। हमने देखा कि लोग जिंदगी बचाने के लिए भाग रहे थे और हर जगह खून था। अचानक ही हम सभी को बस के फर्श पर शांति से लेटने को कहा गया।

मुझे नहीं पता कि हम बस के फर्श पर कितने मिनट तक लेटे रहे। जब तक हमें समझ आया, सब शांत हो गया और हमने वही किया जो हमसे कहा गया।

आईपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के साथ काम कर चुके चंद्रशेखरन 2018 में बांग्लादेशी टीम से जुड़े थे। उन्होंने कहा, ‘लाजमी है कि सभी खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ सदमे में है।