न्यूजीलैंड में सेमी-ऑटोमेटिक राइफलों की बिक्री पर लगा बैन, पीएम जेसिंडा अर्डन ने की घोषणा

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में फायरिंग के दौरान 49 लोगों की मौत के बाद पूरे देश में हथियारों पर रोक लगाने की मांग को देखते हुए प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने सेमी-ऑटोमेटिक राइफलों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।

उन्होंने कहा कि ”हम सभी सेमी ऑटोमेटिक राइफल, उच्च क्षमता वाली मैगजीन और उनके पुर्जों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। जिससे किसी भी हथियार को ज्यादा घातक न बनाया जा सके।”

इस हमले को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान ब्रेंटन टैरैंट के रूप में हुई है जो ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुआ है। उसने गुरुवार रात को फेसबुक पर पोस्ट के जरिए इस हमले के बारे में जानकारी दी थी। अपनी मंशा को उसने 37 पेजों के एक मैनिफेस्टो के जरिए जाहिर किया था।

इस मैनिफेस्टो को उसने द ग्रेट रिप्लेसमेंट यानी महान बदलाव का नाम दिया है। इसे मैसेज बोर्ड वेबसाइट पर पोस्ट किया गया था। उसने खुद को एक साधारण श्वेत शख्स बताया है जिसका जन्म एक कम आय वाले परिवार में हुआ है।

शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने पुष्टि की थी कि न्यूजीलैंड की हिरासत में मौजूद वह शख्स ऑस्ट्रेलिया का नागरिक है। मॉरिसन ने कहा कि वह शख्स ‘दक्षिणपंथी आतंकवादी’ है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन जांच में न्यूज़ीलैंड का सहयोग करेगा। वीडियो में दिख रहे शख्स ने लाइव स्ट्रीम के लिए हेलमेट वाले कैमरे का इस्तेमाल किया है। इस पूरी घटना का वीडियो फेसबुक पर प्रसारित हुआ है जिसमें लोगों को चुन-चुनकर गोली मारी जा रही है।

हमलावर ने कार से जाने और मस्जिद में हमला करने और मस्जिद से बाहर निकलने का पूरा वीडियो लाइव प्रसारित किया था। इस दौरान हमलावर की कार में 1992-95 के बीच हुए बोस्निया युद्ध के दौरान सर्बियाई राष्ट्रवादी अर्धसैनिक बलों की इकाई चेतनिक्स का मार्चिंग एंथम बज रहा था। यह गीत बोस्नियाई सर्ब नेता राडोवन केराडजिच की प्रशंसा कर रहा था। केराडजिच को नरसंहार और युद्ध अपराध का दोषी ठहराया गया था।