पंचायत का फैसला, रेप की सजा सिर्फ 5 जूते

यमुनानगर: एक तरफ रेप के मामलों में मुल्ज़िमो को फांसी जैसी सख्त सजा की मांग की जाती है और वहीं हरियाणा में सिर्फ पांच जूते मारकर रेप के मुल्ज़िम को छोड़ दिया गया। ये शर्मनाक फैसला यमुनानगर जिले में भगवानपुर गांव की पंचायत ने सुनाया। ये मामला 25 मार्च का है। भगवानपुर गांव के एक नौजवान पर गांव की ही 25 साल की दलित लड़की से रेप का इल्ज़ाम लगा।

28 मार्च को मामले में जब पंचायत बैठी तो सरपंच ने रेप के मुल्ज़िम को पांच जूते मारने की सजा सुनाई। सरपंच की दलील थी कि लड़के के मुस्तकबिल को देखते हुए ये फैसला लिया गया। लेकिन मुतास्सिरा के घरवालों ने पंचायत के फैसले पर सवाल उठाए।

उनका कहना था कि फैसला सुनाने से पहले लड़की के मुस्तकबिल का भी ख्याल रखा जाना चाहिए था। उधर, पुलिस का कहना है कि मामले की शिकायत मिली थी, लेकिन दोनों फरीको‍ में समझौता होने की वजह से पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर सकती।

मामले की भनक जब मीडिया को लगी तो पुलिस और सरपंच इसे लड़ाई-झगड़े का मामला बताने लगे। वहीं, गांव के कुछ लोग दबी जुबान में लड़की के साथ रेप होने की भी तस्दीक करते नजर आए।

दबंगों की दबंगई का आलम इतना था कि अपनी बेटी के साथ जुर्म की इंतहा होने के बावजूद लड़की के घरवाले भी इसमें कुछ भी बोलने से गुरेज करते रहे।