पंजाब: ‘एक’ मुस्लिम परिवार के लिए गाँव में 100 साल पुरानी मस्जिद को फिर से किया गया शुरू

लुधियाना: देश में एक तरफ जहाँ राजनितिक पार्टियां मजहब के नाम पर लोगों का बंटवारा कर राज करने की कोशिश में लगी रहती हैं वहीँ लुधियाना के जगराओं कस्बे के एक गाँव मल्लां में गाँव के लोगों ने अपने बीच रहते एक मुस्लिम परिवार के लिए गांव में देश के बंटवारे के बाद से बंद पड़ी मस्जिद को फिर से खोलने का काम किया है।

गाँव वालों के इस कदम से जहाँ देश में जातिवादी का ज़हर फैला रहे घटिया लोगों के मुँह पर ज़ोरदार तमाचा जड़ गया है वहीँ इलाके में रह रहे लोगों का भाईचारा और भी मजबूत हुआ है।

देश में बंटवारे के बाद से बंद पड़ी इस मस्जिद की हालत खंडर से भी बदतर हो गई थी। इस मामले में कुछ महीने पहले पंजाब के नायब शाही इमाम मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने गाँव वालों के सामने यह मस्जिद फिर से बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे तहे दिल से मानते हुए गाँव के लोगों ने दिल खोल कर पैसों की मदद की। मस्जिद का काम करीबन 6 महीने से चल रहा था जो कुछ दिन पहले ही मुकम्मल हुआ है।

शाही इमाम ने कहा:लोगों ने न सिर्फ पैसों से बल्कि मस्जिद को बनाने में भी काम किया है। इसके इलावा काम कर रहे मजदूरों के लिए लंगर भी लगातार मुहैय्या करवाया जाता रहा है।

गौरतलब है कि पंजाब के इस गाँव मल्लां की आबादी करीब 5000 है और उसमें से एक मुस्लिम परिवार के इलावा बाकी सारे परिवार सिख और हिन्दू मजहब से ताल्लुक रखते हैं।