कोलकाता। गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से उत्तर 24-परगना जिले के बादुड़िया इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। वहीं इलाके में चल रही हिंसा के बीच इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हो गई हैं। गौरतलब है कि कोलकाता से सटे उत्तर 24-परगना जिले के बशीरहाट व बादुड़िया इलाके में एक आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट पर सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में ठन गई है।
वहीं मामले में प्रदेश के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि पूरे बंगाल में अराजकता फैली है। साथ ही उन्होंने ममता के धमकाने संबंधी आरोपों से इनकार किया है।
ममता सरकार पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के घर जलाये जा रहे हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि उनसे कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है।
इससे पहले ममता ने एक प्रेस कांफ्रेंस में राज्यपाल पर धमकी देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल की भाषा से वे खुद को अपमानित महसूस कर रही हैं। इस बीच, इस हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों के तीन सौ जवानों को मौके पर रवाना कर दिया था।
ममता ने कहा कि फेसबुक पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के मुद्दे पर उस इलाके में कल शाम दो संप्रदायों के बीच हिंसा शुरू हुई थी। उन्होंने भाजपा, विश्व हिंदू परिषद और उससे जुडे़ संगठनों पर राज्य में विभिन्न इलाकों में दंगा भड़काने के प्रयास का भी आरोप लगाया।
पुलिस ने आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इस मुद्दे पर पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राजभवन जाकर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की थी।