पहला काफिला मदीना पहुंचा, दूसरा आज रवाना

अल्लाह के घर का दीदार करने के लिए बिहार के आजमीने हज का पहला काफिला इतवार को मदीना पहुंच गया। पहले जत्थे की पहली फ्लाइट ने गया एयरपोर्ट से चालीस मिनट देर से सुबह लगभग 8.10 बजे उड़ान भरी और मदीना एयरपोर्ट पर भारतीय वक़्त के मुताबिक एक बजे पहुंची जबकि दूसरा जहाज़ 10.30 बजे हवाई अड्डे से रवाना होने के बाद 3.30 बजे मदीना एयरपोर्ट लैंड किया। पहले काफिले में 258 लोग मदीना एयरपोर्ट से मंज़िल को चले गए।

वहीं दूसरा जत्था पीर की सुबह हज भवन से गया एयरपोर्ट के लिए हुआ। गया से पहली फ्लाइट 12.15 बजे जबकि दूसरी दोपहर बाद 3.30 बजे उड़ान भरेगी। इस जत्थे में भी 258 लोग हैं जिनमें 167 मर्द और 91 ख़वातीन हैं। दूसरे काफिले में ज़्यादातर लोग पटना और गया जिले के हैं। सीतामढ़ी के नौशाद आलम को दूसरे जत्थे का खादिमुल हुज्जाज बनाया गया है। उन्हें सऊदी अरब का मोबाइल नम्बर 00966545996629 दे दिया गया है। इधर, इतवार की शाम हज भवन में इजतेमाई दुआ मुनक्कीद की गई।

इस मौके पर वक्फ वज़ारत, कुवैत के ओहदेदार मौलाना बदरुल हसन कासमी ने कहा कि हज का सफर जन्नत हासिल करने का सफर है। उन्होंने कहा कि दो चीजें, कुरआन की तिलावत और अल्लाह के घर की जियारत, जितनी बार की जाए, उससे उतनी ही मोहब्बत हो जाती है। आप अपनी सेहत और सलामती का ख्याल रखें। मक्का-मदीना बहुत ही पाक सरजमीं है इसलिए वहां और वहां की हर चीज का एहतराम करेंगे। बिहार हज कमेटी के चेयरमैन मौलाना अनिसुर रहमान कासमी ने कहा कि आप सभी अल्लाह के रसूल की हरेक सुन्नतों पर अमल करेंगे।

वहां ज्यादा आराम नहीं करना है। दूसरों का भी ख्याल रखना है। इस मौके पर कारी फरीद ने कुरआन की तिलावत की जबकि मतीउर रहमान ने नआत पाक पेश किया। इस मौके पर एसेम्बली रुक्न डॉ. इजहार अहमद, हज कमेटी के ओहदेदार इफ्तेखार हसन, मदरसा बोर्ड के साबिक़ सदर एजाज अहमद, अमजद रजा, नियाज अहमद राइन, खालिद आलम भुट्ट, मेराज अहमद शुड्ड, हाजी अब्दुलहक, सोनू बाबू, नजमुल हसन नजमी, अनवारुल होदा, एनए जमां, शरीफ कुरैशी, मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी, मौलाना सेराज कासमी, मौलाना शकील अहमद कासमी, हाजी जफीर, मुफ्ती शाहिद, मौलाना साबिर वगैरह मौजूद थे।