पाकिस्तानी बौलिंग जनूबी अफ़्रीक़ा के लिए चैलेंज : रिचर्ड

जोहांसबर्ग 30 जनवरी जनूबी अफ़्रीक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के साबिक़ कूच रिचर्ड पाई बस नेकहा है कि पाकिस्तान के मौजूदा बौलिंग को देखते हुए जनूबी अफ़्रीक़ा की टीम को चैलेंज का सामना होगा। मेज़बान टीम को होशयार रहते हुए सँभल कर खेलना होगा।

मिसबाह-उल-हक़ के कप्तान बनने के बाद पाकिस्तान टीम में मजबूती आया है। एक ग़ैर मुल्की वेबसाइट को इंटरव्यू देते हुए पाई बस ने कहा कि दुनिया की नंबर एक टीम को ख़तरनाक बौलिंग का सामना है लेकिन जनूबी अफ़्रीक़ा की बैटिंग लाईन अप , दुनिया की मज़बूत और बेहतरीन बैटिंग है।

क्रिकेट में जीत हासिल करना मुश्किल काम नहीं है। असल काम ये है कि आप किस तरह अपने खेल में पुख़्तगी लाते हैं। दोनों टीमों के कप्तान अपना सानी नहीं रखते लेकिन ग्राइम इस्मिथ को मिसबाह-उल-हक़ पर इस लिए तरजीह‌ हासिल है क्यों कि वो इतमेनान‌ के साथ रंने बना रहे हैं और अपनी टीम की जीत‌में अहम किरदार अदा कररहे हैं।

दोनों कोच तजुरबाकार हैं। वाटमोर ने हाल ही में पाकिस्तान टीम की जीत में अहम किरदार अदा किया है। यही वजह है कि पाकिस्तान टीम ने तीनों तरह‌ की क्रिकेट में बेहतर खेल‌ दिखाई है। गैरी कर्स्टन की कोचिंग में जनूबी अफ़्रीक़ा ने ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड में कामयाबियां हासिल की हैं।

पाकिस्तान को बौलिंग में बरतरी हासिल है। इर्फ़ान मुझे ज्वेल गार्नर की तरह के बोलर दिखाई देते हैं उन्होंने हिन्दूस्तान के ख़िलाफ़ सीरीज़ में जिस अंदाज़ में बौलिंग की है इस से वो एक ख़तरनाक बोलर लगते हैं। उन्होंने कहा कि वसीम अकरम का कहना था कि इर्फ़ान तवील क़ामत हैं लेकिन मेडियम पीस बौलिंग करते हैं लेकिन हिन्दूस्तान के ख़िलाफ़ उन्होंने 145 किलोमीटर की रफ़्तार से बौलिंग करके बैटस्मैनों को हैरान कर दिया।

इसी तरह मोर्कल , डील असटीन और फिलैंडर पर मुश्तमिल जनूबी अफ़्रीक़ी बौलिंग भी किसी से कम नहीं है। पाई बस जिन की कोचिंग में पाकिस्तानी टीम 2007 के वर्ल्ड कप के पहले राउंड से आगे ना बढ़ सकी इन का कहना है कि सीरीज़ में कई उतार चढ़ाओ आयेंगे।