पाकिस्तानी लड़की से प्यार करने की सजा , पुलिस ने आतंकवादी बता भेजा था जेल ,11 साल बाद हुई रिहाई


रामपुर:फिर एक बार पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है रामपुर के रहने वाले जावेद को पुलिस ने सिर्फ इस बिना पर गिरफ्तार कर लिया की उन्होंने अपने किसी रिश्तेदार लड़की से फ़ोन पर बात करते हुए ही प्रेम हो गया था
और इनकी शादी भी तय हो गई थी। वो लड़की पाकिस्तान से थी। लेकिन पुलिस ने इनको इसलिए गिरफ्तार कर लिया कि जावेद पाकिस्तान में किसी आतंकवादी संगठन से बात कर रहे है। जावेद और उस लड़की के बीच में जो प्रेम भरी बाते हो रही थी उसको पुलिस ने कहा कि की ये लोग कोड वर्ड में बात कर रहे है।
जावेद को उर्दू नहीं आती थी और उस लड़की को हिंदी। इसलिए ये जो एक दूसरे को प्रेम पत्र लिखते थे वो हिंदी और उर्दू में होते थे।जावेद के दोस्त जो उर्दू जानते थे वो इनके प्रेम पत्र को इनके लिए पढ़ते थे। और पाकिस्तान में हिंदी में गए प्रेम पत्र को उसकी सहेलियां पढ़ती थी। इन प्रेम पत्रो को पुलिस में ख़ुफ़िया दस्तावेज़ बताया और जावेद पर आतंकवादी होने का ठप्पा लगाकर जेल में डाल दिया। जावेद 11 साल तक जेल में रखा। कोर्ट ने जावेद को पुलिस द्वारा सबूत ना पेश कर पाने के कारन रिहा कर दिया। प्रेम करना इतना सजा के काबिल है ये जावेद और उसकी प्रेमिका ने कभी सोचा नहीं होगा। और भारतीय पुलिस इतनी मुर्ख , साम्प्रदायिक, बेरहम हो सकती है इसका अंदाजा भी इन्हें नहीं होगा। फ़िलहाल जावेद प्रेम करने की सजा 11 साल तक भुगत चुके है। और अपनी जिंदगी के कीमती समय को पुलिस की गन्दी मानसिकता पर कुर्बान कर चुके है। और रिहाई मंच के कल के कार्यक्रम के लिए लखनऊ आ चुके है। सामाजिक न्याय के इस लड़ाई में आप भी कल जन विकल्प मार्च में शामिल रहिये।

via The Milli Gazette