पाकिस्तानी हुकूमत तारीख की सब से बद उनवान और ना अहल हुकूमत

कोलकता ३१ जनवरी ( पी टी आई ) साबिक़ क्रिकेटर-ओ-सदर तहरीक इंसाफ़ पार्टी पाकिस्तान इमरान ख़ान ने आज कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा हुकूमत इंतिहाई बद उनवान और मुल़्क की तारीख की सब से ना अहल हुकूमत है ताहम उन की पार्टी किसी फ़ौजी मुदाख़िलत को पसंद नहीं करेगी ।

इमरान ख़ान ने कोलकता अदबी इजलास में शिरकत करते हुए कहा कि मौजूदा हकूमत-ए-पाकिस्तान की तारीख की इंतिहाई बद उनवान और ना अहल हुकूमत है । इस के बावजूद उन की पार्टी किसी फ़ौजी मुदाख़िलत की ताईद नहीं करती । उन्हों ने कहा कि चाहे जितनी भी अबतर वहां की जम्हूरियत हो हम नहीं चाहेंगे कि फ़ौज पाकिस्तान की अन्नान इक़तिदार सँभाले ।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के शहरी भी अपने मलिक के ताल्लुक़ से इतने ही फ़िक्रमंद हैं जितनी फ़ौज है । अगर मुल्क का दीवालीया हो जाता है तो फिर फ़ौज मुतास्सिर होगी । उन्हों ने ताहम एतराफ़ किया कि फ़ौज का कई रोल है और फ़ौज मुल्क में अच्छी हुक्मरानी का जज़बा रखती है । उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान के दौलतमंद अफ़राद मज़ीद दौलतमंद और गरीब मज़ीद गरीब होते जा रहे हैं।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब तक उन की पार्टी इंतेख़ाबात में क्लीन स्वीप नहीं करती वो हुकूमत तशकील नहीं देगी। पार्टी ने फैसला किया है कि वो इक़तेदार पर बरक़रार रहने बद उनवान अफ़राद से कोई समझौता नहीं करेगी। इमरान ख़ान ने कहा कि हिंदूस्तान और पाकिस्तान की मौजूदा क़ियादत मसला कश्मीर को हल ना करने की ज़िम्मेदार है ।

उन्होंने कहा कि मसला कश्मीर को यकतरफ़ा तौर पर हल नहीं किया जा सकता और उन्हें उम्मीद है कि मौजूदा नसल ही हालात को तब्दील करेगी । उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान और पाकिस्तान के क़ाइदीन बात चीत की मेज़ फिर आएं और मसला को हल करें। उन्हों ने कहा कि हम पर तारीख का बहुत बड़ा बोझ है । कोई एसा लीडर नहीं है जो मुस्तक़बिल केलिए ख़तरा मोल ले सके । ये सूरत-ए-हाल हिंदूस्तान और पाकिस्तान दोनों में है ।

उन्होंने कहा कि इस मसला को ग़ैर फ़ौजी अंदाज़ में हल करने की ज़रूरत है । हालाँकि अमन नहीं हुआ है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस मसला को बिलआख़िर हल कर लिया जाएगा। उन्हों ने कहा कि चूँकि नई नसल पर तारीख का कोई बोझ नहीं होगा इसलिए वो एसा करने में कामयाब रहेगी ।

वक़्त आगया हैकि अवामी ख़्यालात बदले जाएं। क़ाइदीन को जज़बात पर नहीं चलना चाहीए । इमरान ख़ान ने हिंदूस्तान के ताल्लुक़ से कहा कि अना हज़ारे सियासत में शामिल हो जाएं तो कुरप्शन के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद मूसिर होगी । उन्हों ने कहा कि अगर अना एक जमात क़ाइद करके इक़तेदार हासिल कर लें तो वो करप्शन से मुक़ाबला में मूसिर साबित होंगे ।

उन्होंने सलमान रुशदी के मसला पर भी तबसरा किया और कहा कि इस मलऊन को मुस्लमानों के जज़बात को मजरूह करने का कोई हक़ नहीं है । उन्हों ने ताहम कहा कि मुस्लिम बिरादरी अपने मज़हबी जज़बात को समझाने में भी कामयाब नहीं हुई है । उन्हों ने कहा कि ये मसला सलमान रुशदी ने जो तहरीर किया है इस का नहीं है ।

असल मसला ये है कि किसी को भी किसी समाज के जज़बात को मजरूह करने का कोई हक़ नहीं है । । इमरान ने सी एन एन । आई बी उन से बात चीत करते हुए कहा कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को गुज़शता साल वर्ल्ड कप जीतने के बाद ही सबकदोश हो जाना चाहीए था ।

उन्हों ने कहा कि हर कोई बड़ी कामयाबी चाहता है लेकिन सभी को इस में कामयाबी नहीं होती । सचिन केलिए दरुस्त वक़्त ये था कि वो वर्ल्ड कप के बाद सबकदोश होजाते । वर्ल्ड कप में वो बहुत कामयाब रहे हैं । वो एक अज़ीम खिलाड़ी हैं और उन का कोई मुतबादिल नहीं हो सकता । उन्हों ने कहा कि इस ताल्लुक़ से फैसला करना सचिन का ही काम है ।