पाकिस्तान के मोरों में वबा ए

थरपारकर से उठने वाली वबा रानी खेत ने डिग्री और बदीन को भी अपनी लपेट में ले लिया,कई पालतू मोर बीमार हो गए अविराज भी एक मोर मर गया,हलाक होने वाले क़ीमती मोरों की तादाद4 होगई।

सहराए थरमीं रानी खेत ख़ौफ़ और ख़तरा की निशानी बन गई है,देही इलाक़ों में पैदा होने वाली मोरों की ये बीमारी बदीन और डिग्री में फैल गई।

कई पालतू मोरों की ज़िंदगी ख़तरे में आ गई बीमारी फैलती जा रही है। टीमें बढ़ाने पर कोई तैय्यार ना दवा कहां से लें ,टीम कैसे बुलाऐं, देहात के मकीन परेशान हैं, सिर्फ चार टीमों में सिर्फ एक ही डाक्टर तीन टीमें बगै़र माहिर डाक्टर के अपना काम करने में मजबूर हैं।

मकीनों का कहना है कि रानी खेत के ख़ातमे के लिए मुर्ग़ीयों को भी दवा देने की ज़रूरत है जहां से ये बीमारी मोरों में फैल रही है।