पाकिस्तान में पहली बार हिन्दुओं की शादियों के लिए बना क़ानून।

कराची: पाकिस्तान की एक असेंबली ने देश के कानूनी इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ते हुए आज हिंदू विवाह कानून पास कर पाकिस्तान के सिंध इलाके को देश का इसे ऐसा पहला राज्य बना दिया है जहां माइनॉरिटी समुदाय माने जाने वाले हिंदू धर्म के लोग अपनी शादियों का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। हालांकि एक मुख्य हिंदू संगठन ने इस ऐहितासिक विधेयक से एक क्लाउस हटाने की मांग की है जिसे फिलहाल माना नहीं गया है। इस बिल को पास कराने का काम किया है इलाके के कार्य मंत्री निसार खुहरो ने जिहोने और नेताओं का विरोध झेलते हुए भी बिल विधानसभा में पेश किया।
बिल के पास होने से हिन्दुओं के लिए बना यह कानून समूचे सिंध राज्य में लागू होगा जिसमें हिंदुओं की अच्छी खासी आबादी है। बिल पास होने के बाद के एक भाषण में खुहरो ने कहा, ” पाकिस्तान के बनने के बाद से यह पहला मौका है जब कोई ऐसा कानून पास किया गया है। यह फैसला सिंध में हिंदू शादियों का कानूनी तौर से मान्यता देने के लिए लागू किया गया है।’

बिल के मुताबिक शादी करवा रहे मर्द और औरत के बीच सहमति से और कम से कम दो गवाहों की मौजूदगी में विवाह का यह रजिस्ट्रेशन होगा।