पाकिस्तान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने इमामों से किया अनुरोध, तकनीक से करें चांद का दीदार

पाक में रमजान माह की शुरुआत के लिए वैज्ञानिक तरीके से चांद देखे जाने की बहस चल रही है। इस मामले ने सोमवार को रोचक मोड़ ले लिया जब विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने दो प्रमुख इमामों को बुलाकर वैज्ञानिक तकनीक समझाई और इसे अपनाने का अनुरोध किया।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी का यह असाधारण कदम मुस्लिम बहुल राष्ट्र में रुढ़िवादी मौलानाओं को संभवत: क्रोधित करने वाला है। उन्होंने मुफ्ती मुनीबुर रहमान और शहाबुद्दीन पोपलजाई को यह दिखाने के लिए आमंत्रित किया कि चंद्रमा का चक्र कैसे काम करता है। उन्होंने समझाया कि विज्ञान ने रमजान के पवित्र माह की शुरुआत की गणना के लिए चंद्र कैलेंडर का अनुमान लगाना कितना आसान बना दिया है।

इस्लामिक कैलेंडर में प्रयोग हो विज्ञान   
पद संभालने के बाद से विज्ञान मंत्री चौधरी इस्लामिक कैलेंडर के लिए विज्ञान का प्रयोग करने पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने रूयत-ए-हिलाल समिति की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले चांद दिखने के पारंपरिक तरीके को छोड़ने को कहा है।

पीएम इमरान खान ने की थी वकालत 
उन्होंने यह आमंत्रण ऐसे वक्त में दिया है जब प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने रमजान की शुरुआत की गणना के लिए विज्ञान आधारित चंद्र कैलेंडर की वकालत की है।

मोबाइल एप भी हो रही तैयार : 
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सोमवार को खबर दी कि कराची विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मंत्रालय एक मोबाइल एप पर भी काम कर रहा है जो लोगों को अपने उपकरण पर चांद देखने की सुविधा देगा।