पार्लियामेंट‌ में अवामी मसाइल की यकसूई के लिए संजीदा मबाहिस ज़रूरी

नई दिल्ली: सदर जमहूरीया परनब मुकर्जी ने कहा कि पार्लीमैंट अवाम की आरज़ू ं का अज़ीम मर्कज़ है । यहां अवामी मसाइल की यकसूई के लिए हर रुकन को संजीदा होना चाहिए। पारलीमानी कार्रवाई में मुसलसल ख़ललअंदाज़ी और इजलास को दरहम-बरहम करने के वाक़ियात पर शदीद तन्क़ीद करते हुए इन्होंने तमाम अरकान-ए‍-पार्लियामें पर-ज़ोर दिया कि वो अवाम की ख़िदमत के लिए अपनी ज़िम्मेदारीयों को महसूस करें और इस ज़िम्मेदारी के तहत पूरे इख़लास-ओ-जज़बा के साथ अवाम की ख़िदमत के लिए एक दूसरे का तआवुन करें।

पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों के मुशतर्का सेक्शन से ख़िताब करते हुए सदर जम्हुरिया ने अपने ख़िताब में कहा कि हुकूमत पार्लीमानी सेशन को पुरसुकून और तामीरी तौर पर चलाने की कोशिश करेगी। आइन्दा मालीयाती साल में हुकूमत के एजंडा का अहाता करते हुए सदर जम्हुरिया ने कहा कि हमारी पार्लियामेंट अवाम के जज़बात , ख़ाहिशात-ओ-ज़रूरीयात की अक्कासी करती है।

जम्हुरिय‌त का तक़ाज़ा यही है कि पार्लियामेंट के अंदर तामीरी बेहस-ओ-मबाहिस हो , इंतिशार पसंदाना या तख़रीबी रोल नापसंदीदा अमल कहलाता है। मैं तमाम अरकान पर-ज़ोर देता हूँ कि वो बाहमी सूझ-बूझ और इख़लास के साथ अपनी ज़िम्मेदारी अदा करें। एक ख़ुशहाल और तरक़्क़ी याफताह हिन्दुस्तान बनाने के लिए तमाम को इजतिमाई कोशिशें करनी चाहिए।

सदर जम्हुरिया के ये रिमार्कस इस तनाज़ुर में ग़ैरमामूली एहमियत रखते हैं क्यों कि मुख़्तलिफ़ मसाइल पर ऐवान की कार्रवाई को दरहम-बरहम कर दिया जा रहा है, इस से पार्लियामेंट का क़ीमती वक़्त ज़ाए हो रहा है। राज्य सभा में भी कार्रवाई रोक दी जा रही है जहां हुकूमत अक़ल्लीयत में है।

अपनी 20 सफ़हात की तक़रीर में सदर जम्हुरिया ने हुकूमत के कारनामों और नए ऐलानात को अरकान के सामने पेश किया। तक़रीर के दौरान तमाम अरकान यकसू हो कर तक़रीर समाअत कर रहे थे। मुख़‌र्जी ने कहा कि तमाम सिम्त से आने वाली काबिल-ए-क़दर नोबल राय को पूरे जज़बे से समाअत करनी चाहिए।

पार्लियामेंट हमारी जम्हुरियत का मुक़द्दस मुक़ाम है। एक रुकन की हैसियत से हर एक रुकन को अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करने की ज़रूरत है। हुकूमत मुल्क से ग़रीबी का ख़ातमा करने पर तवज्जे मर्कूज़ की है। किसानों के मसाइल हल करते हुए ख़ुशहाली और बड़े पैमाना पर रोज़गार के मौक़े पैदा करना चाहती है।

फ़ूड सिक्योरटी को यक़ीनी बनाते हुए तमाम ज़रूरतमंदों को सब्सीडीज़ पर अनाज सरबराह किया जा रहा है। प्रधान मंत्री जन धन योजन के पुरकशिश प्रोग्राम के तहत हुकूमत ने दुनिया के सबसे महंगे प्रोग्राम को शामिल किया है। इस पर विराम के तहत15 करोड़ बंक एकाऊंटस खोले गए जिनमें32,000 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।

सोश्यल सिक्योरटी के लिए हुकूमत ने मज़ीद स्कीमात का आग़ाज़ किया। पैंशन स्कीम के ज़रीये समाज के हर तबक़े का अहाता किया जा रहा है। पाकिस्तान के साथ हुकूमत के ताल्लुक़ात का हवाला देते हुए सदर जम्हुरिया ने कहा कि हकूमत-ए-हिन्द पाकिस्तान के साथ बाहमी काबिल-ए-क़दर ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देने की पाबंद अह्द है जबकि इन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सरहद पार की दहशतगर्दी का मूसिर तौर पर मुक़ाबला किया जाएगा।

दहश्तगर्दी एक आलमी ख़तरा है और इस का आलमी सतह पर मुकम्मल ख़ातमा करने के लिए ठोस इक़दामात की ज़रूरत है |