पार्लियामेंट‌ में ख़ललअंदाज़ी पर हुकूमत और बी जे पी की ज़बानी तकरार

नई दिल्ली 30 अप्रैल ( पी टी आई )पिछ्ले एक हफ़्ते से पार्लियामेंट की कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी पर आज हुकूमत और बी जे पी के बीच‌ ज़बानी तकरार होगई । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के तबसरे पर कि पारलीमानी कार्रवाई में बार बार ख़ललअंदाज़ी की वजह से पूरी दुनिया हिन्दुस्तान पर हंस रही है ,बी जे पी क़ाइद यशवंत सिन्हा ने कहा कि ऐवान की बला रुकावट कारकर्दगी हुकूमत की भी मुसावी ज़िम्मेदारी है ।

उन्होंने कहा कि हम मज़ाक़ का मौज़ू इस लिए नहीं बन गए हैं कि अप्पोज़ीशन की कार्रवाई नामुनासिब है बल्कि इस लिए बने हैं कि हुकूमत की कार्रवाई दुरुस्त नहीं है वो ऐवान पार्लियामेंट‌ के बाहर प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कररहे थे उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म को चाहीए कि शख़्सी तौर पर कुल जमाती इजलास तलब करें ता कि तात्तुल ख़त्म किया जा सके ।

उन्होंने सवाल किया कि आख़िरी बार तात्तुल पर तबादला-ए-ख़्याल केलिए वज़ीर-ए-आज़म सियासी पार्टीयों के साथ कब बैठे थे । मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए पारलीमानी उमूर राजीव शुक्ला ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म जो 2009 में मर्द आहन ( एल के अडवानी ) को शिकस्त दे कर मुंतख़ब हुए थे यशवंत सिन्हा ने कहा कि वो किसी क़ाबिल नहीं हैं ।

शुक्ला ने कहा कि सिन्हा के तबसरे को अवाम की आवाज़ समझा जाना चाहीए । दरीं असना बहुजन समाज पार्टी की सरबराह मायावती ने आज कहा कि अंदेशा है कि पार्लियामेंट‌ में कार्रवाई का रुकावट‌ मज़ीद बरक़रार रहेगी ।उन्होंने कहा कि उन्हें इस बोहरान का कोई हल नज़र नहीं आता वो ऐवान पार्लियामेंट के बाहर प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कररही थी ।

उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कुछ देखा है कि इस से उन के ख़्याल में ऐवान की कार्रवाई में रुकावट‌ के अनक़रीब ख़त्म होने की कोई तवक़्क़ो नहीं है । उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट‌ दोनों ऐवानों के इजलासों में बार बार ख़ललअंदाज़ी और वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के कोयला ब्लॉक्स मुख़तस करने के अस्क़ाम की बिना पर इस्तीफ़ा पेश करने के मुतालिबे के दौरान सवाल किया कि क्या साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर-ए-मवासलात राजा को मुशतर्का पार्लीमानी कमेटी के इजलास पर तलब किया जाना चाहीए ।

उन्होंने कहा कि वो इजलास में जो भी मौक़िफ़ इख़तियार करेंगी उसकी आप सब को इत्तेला देदी जाएगी ।बहुजन समाज पार्टी हुकूमत को बाहर से ताईद फ़राहम कररही है और यू पी ए अपनी दूसरी मियाद में बी एस पी और एस पी की ताईद की बिना पर ही हनूज़ बरसर-ए-इक्तदार है ।