पार्लियामेंट के इजलास से क़ब्ल गवर्नरों के तक़र्रुत का इमकान बरक़रार

हुकूमत ने आज पार्लियामेंट के बजट इजलास से क़ब्ल जिस का 7 जुलाई से आग़ाज़ होगा, नए गवर्नरों के तक़र्रुत के इमकान को मुस्तरद नहीं किया और कहा कि 3 ता 4 दिन बाद ही कोई बात कही जा सकेगी। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राज नाथ सिंह ने एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब के दौरान कहा कि वो फ़िलहाल किसी भी इमकान को मुस्तरद नहीं करसकते।

उन से पार्लियामेंट के बजट इजलास के आग़ाज़ से क़ब्ल बाज़ गवर्नरों के तक़र्रुत के इम्कानात के बारे में सवाल किया गया था, उन्होंने कहा कि वो तीन या चार दिन बाद ही जवाब दे सकेंगे। वज़ीर-ए-दाख़िला ने कहा कि वो इस मौक़िफ़ में नहीं हैं कि इस बात पर तबसरा करसकें कि क्या गवर्नर गोवा और मग़रिबी बंगाल बीवी वाँचू और एम के नारायण अपने ओहदों पर बरक़रार रहेंगे।

एसी इत्तेलाआत हैं कि वाँचू और नारायण दोनों को सी बी आई की जानिब से गवाहों की हैसियत से आगसटा वैस्ट लैंड हैलिकाप्टर अस्क़ाम के सिलसिले में जरह करने के लिए हुकूमत से इजाज़त तलब की गई है। छत्तीसगढ़ और यूपी के गवर्नर्स पहले ही अपने इस्तीफ़े पेश करचुके हैं।

ज़राए के बमूजब बाज़ दीगर गवर्नर्स को भी नई हुकूमत ने इक़्तेदार सँभालने के बाद इशारा दिया है कि उन्हें भी मुस्ताफ़ी होजाना चाहिए। ज़राए के बमूजब हुकूमत बी जे पी के बाज़ कुहनामुशक क़ाइदीन को तक़रिबन 10 रियासतों में बतौर-ए-गवर्नर मुक़र्रर करना चाहती है। नागालैंड के गवर्नर अश्वनी कुमार और नारायण समझा जाता है कि मर्कज़ को इस्तीफ़े देने पर अपनी आमादगी से हुकूमत को वाक़िफ़ करवा चुके हैं।