पार्लियामेंट बजट सेशन की कार्रवाई को बेहतर बनाने की कोशिश

नई दिल्ली 17 फरवरी: जवाहरलाल नेहरू यूनीवर्सिटी के मसले पर बढ़ते हुए तनाज़ा के पस-ए-मंज़र में कुल जमाती मीटिंगस में जो वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने अप्पोज़ीशन क़ाइदीन के साथ मुक़र्रर किया था, सदर जवाहरलाल नेहरू तलबा यूनीवर्सिटी कन्हैया कुमार पर ग़द्दारी के इल्ज़ाम में मुक़द्दमा की गूंज सुनाई दी जबकि हुकूमत ने ये मौकुफ़ इख़तियार किया कि यूनीवर्सिटी के अहाते में मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम में इंतेहाई क़ाबिले एतेराज़ नारे बुलंद किए गए थे।

हुकूमत ने कहा कि वो जवाहरलाल नेहरू यूनीवर्सिटी के तनाज़ा पर पार्लियामेंट के आइन्दा बजट मीटिंग के दौरान जिसका आग़ाज़ 23 फरवरी से होगा, खुल कर मबाहिस करने और अप्पोज़ीशन के तमाम मसाइल की यकसूई करने के लिए तैयार है। वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि वो अप्पोज़ीशन के ज़ाहिर करदा तमाम अंदेशों का सामना करेंगे। मोदी ने मीटिंग के दौरान कहा कि अप्पोज़ीशन पार्टीयों ने कई मसाइल उठाए हैं और कहा है कि मोदी सिर्फ बीजेपी के नहीं बल्कि पूरे मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म हैं।

मर्कज़ी वज़ीर बराए पारलीमानी उमोर वेंकया नायडू ने दो घंटे मीटिंग के बाद प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि सबसे पहले मीटिंग में सियासी पार्टीयों ने जो वज़ीर-ए-आज़म मोदी ने पार्लियामेंट के मीटिंग से पहले तलब किया था, अपने अंदेशे ज़ाहिर किए। उन्होंने कहा कि हम अप्पोज़ीशन के उठाए हुए तमाम मसाइल का जवाब देंगे।