पार्लीमैंट के मानसून इजलास का आज से तूफ़ानी आग़ाज़

नई दिल्ली /31 जुलाई (यू एन आई) पार्लीमैंट के मानसून इजलास का कल पैर से तूफ़ानी आग़ाज़ होगा, जिस के लिए हुकूमत और अप्पोज़ीशन दोनों ही अपनी तैय्यारीयां मुकम्मल करचुकी हैं। इस इजलास में अप्पोज़ीशन जमातों ने अवामी ज़िंदगी में रिश्वत सतानी के मसला पर हुकूमत को तन्क़ीदों का निशाना बनाने की हिक्मत-ए-अमली तैय्यार की है। हुकूमत की जानिब से लोक पाल बिल, हुसूल अराज़ी बिल, ग़िज़ाई सलामती बिल वग़ैरा पेश की जाएंगी, जिस पर पार्लीमैंट के दोनों ऐवानों में बरसर-ए-इक्तदार और अप्पोज़ीशन बंचों के दरमयान तल्ख़ मुबाहिस का इमकान है। अगर अप्पोज़ीशन बी जे पी रिश्वत सतानी के मसला पर हुकूमत को तन्क़ीद का निशाना बनाना चाहती है तो बरसर-ए-इक्तदार महाज़ के अरकान भी कर्नाटक के सबकदोश चीफ़ मिनिस्टर बी ऐस यदि यूरप्पा के वाक़ियात को मौज़ू बेहस बनाते हुए बी जे पी को जवाब दे सकते हैं। यही वजह है कि बी जे पी ने फ़ौरी कार्रवाई करते हुए यदि यूरप्पा को आज ही मुस्ताफ़ी होने पर मजबूर करदिया। मुंबई धमाको और माओ नवाज़ तशद्दुद जैसे मौज़ूआत पर भी अप्पोज़ीशन जमातें हुकूमत को अपनी तन्क़ीद का निशाना बना सकती हैं। पाकिस्तान के साथ मुज़ाकरात के बारे में हुकूमत की पालिसी भी बी जे पी की तन्क़ीद का निशाना बन सकती है, क्योंकि इस पार्टी ने 2008 -ए-के मुंबई दहश्तगर्द हमलों के ख़ातियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के बगै़र मुज़ाकरात ना करने का मुतालिबा किया था। लोक सभा में कल कोई कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि सिर्फ़ फ़ौत शूदा अरकान को ख़राज अदा करने के बाद इजलास मुल्तवी हो जाएगा। मंगल से काम का आग़ाज़ होगा और चहारशंबा को लोक पाल बिल ऐवान में पेश होगी।
लोक पाल के दायरा कार में वज़ारत-ए-उज़मा की शमूलीयत नामुनासिब
तमाम पहलूओं के जायज़ा के बाद फ़ैसला, पार्लीमैंट को तमाम इख़्तयारात: मनमोहन सिंह
नई दिल्ली /31 जुलाई (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज कहा कि लोक पाल के दायरा कार में वज़ीर-ए-आज़म की शमूलीयत को नामुनासिब क़रार दिया है। डाक्टर मनमोहन सिंह ने क़ब्लअज़ीं कहा था कि वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर को लोक पाल के दायरा कार में शामिल करने के मुख़ालिफ़ नहीं हैं, लेकिन आज कहा कि उन्हों ने तमाम पहलूओं को मल्हूज़ रखते हुए ये फ़ैसला किया है। उन्हों ने कहा कि वज़ारत अज़मी के ओहदा को लोक पाल के दायरा कार में शामिल करना मुनासिब नहीं होगा। अलबत्ता ओहदा से सुबकदोशी के बाद पार्लीमैंट के मानसून इजलास के आग़ाज़ से क़बल वो अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत कर रहे थे। मुतवक़्क़े है कि 3 अगस्त को लोक पाल बिल ऐवान में पेश की जाएगी। कमज़ोर लोक पाल बल पर एहतिजाज के लिए 16 अगस्त से मरण बरत शुरू करने अना हज़ारे की धमकी पर डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि लोक पाल बल के बारे में पार्लीमैंट की तरफ़ से फ़ैसला किया जाएगा, जैसा कि आप जानते हैं कि हम इस बल के साथ तैय्यार हैं। पार्लीमैंट ही इस बल पर कोई फ़ैसला करसकता है। जमहूरीयत में पार्लीमैंट ही ख़ुदमुख़तार इदारा होता है, इस को अपना काम करने और फ़राइज़ अदा करने का मौक़ा दिया जाना चाहीए। काबीना ने 28 जुलाई को मुनाक़िदा इजलास में लोक पाल बल को मंज़ूरी दी थी। डाक्टर मनमोहन सिंह अपने दफ़्तर को भी लोक पाल में शामिल करने पर इसरार कर रहे थे, लेकिन उन की काबीना ने इस से मुतज़ाद फ़ैसला किया। इन के तबसरों से एक दिन क़बल वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी ने कहा था कि वज़ीर-ए-आज़म के ओहदा को लोक पाल में शामिल किए जाने की सूरत में मर्कज़ में मुसलसल अदम इस्तिहकाम पैदा हो जाएगा