श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं कराने की चुनाव आयोग की घोषणा के कुछ ही देर बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवादियों और अलगाववादियों के सामने ‘‘आत्मसमर्पण’’ कर दिया है।
Balakote & Uri are not symbols of PM Modi’s handling of national security, J&K is and look at the mess he has made there. The abject surrender to anti-India forces is a crying shame.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 10, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, उमर ने ट्वीट किया, ‘‘जम्मू-कश्मीर में समय पर विधानसभा चुनाव कराने में नाकामी को देखते हुए मैं कुछ दिनों पहले किए गए अपने ट्वीटों को फिर से ट्वीट कर रहा है। पीएम मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवादियों और हुर्रियत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। शाबाश मोदी साहब। 56 इंच का सीना फेल हो गया।’’
With the amount of international attention elections in J&K attract I never thought PM Modi would be willing to confess his failure on a global stage but we all make mistakes & that was mine.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 10, 2019
बता दें कि चुनाव आयोग ने रविवार को जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में लोकसभा चुनाव कुल सात चरणों में कराए जाने की घोषणा की, लेकिन सुरक्षा स्थिति को आधार बताकर जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनावों के साथ कराने से इनकार कर दिया।
आयोग ने जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाने का ऐलान किया है। सुरक्षा कारणों से राज्य की अनंतनाग लोकसभा सीट पर तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। ऐसे में एनसी नेता उमर ने कहा कि भारत-विरोधी ताकतों के सामने मोदी का ‘‘एकदम से घुटना टेक देना बहुत शर्मनाक’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘बालाकोट और उरी पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले संभालने के प्रतीक नहीं हैं, बल्कि जम्मू-कश्मीर है और जरा देखिए कि वहां उन्होंने कैसी कुव्यवस्था कायम कर दी है।
भारत विरोधी ताकतों के सामने एकदम से घुटना टेक देना शर्मनाक है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 1996 के बाद पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव समय पर नहीं हो रहे। उन्होंने कहा, ‘‘अगली बार जब आप मजूबत नेतृत्व प्रदान करने के लिए मोदी की तारीफ करें तो इसे याद रखें।’’
उमर ने कहा कि भीषण बाढ़ से हुई तबाही के बावजूद 2014 में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव समय पर हुए थे, लेकिन अब इसमें देरी करना दिखाता है कि ‘‘भाजपा और उससे पहले भाजपा-पीडीपी गठबंधन ने जम्मू-कश्मीर को कितने घटिया तरीके से संभाला।’’
एनसी नेता ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘लोकसभा और राज्यसभा और हाल में दिल्ली में सर्वदलीय बैठक में दिए गए (केंद्रीय गृह मंत्री) राजनाथ सिंह के इस आश्वासन का क्या हुआ कि एक साथ चुनाव कराने के लिए सभी सुरक्षा बल उपलब्ध कराए जाएंगे।’’