पुराने शहर के अवाम-ओ-तलबा तेलंगाना रियासत के ऐलान पर ख़ुशी से सरशार

मजलिस पुराने शहर के अवाम बिलख़सूस नौजवानों की नब्ज़ परखने और जज़बात को समझने में नाकाम हो गई। अलहदा रियासत की तशकील के ऐलान के बाद आज सिटी कॉलेज और क़ुली क़ुतुब शाह पाली टेकनिक कॉलेज में तलबा ने जश्न मनाया और तेलंगाना की ताईद में रिया लियां निकालते हुए ख़ुशी का इज़हार किया।

मजलिस का तेलंगाना पर कभी कोई एक मौक़िफ़ नहीं रहा, अपने सियासी मफ़ाद के लिए उस ने तेलंगाना पर कई तरह की राय पेश की। पहले इस का मौक़िफ़ मुत्तहदा आंधरा था, फिर निज़ाम दौर-ए-हकूमत की रियासत के अहया का मुतालिबा क्या, इस के बाद श्री कृष्णा कमेटी को रियासत को मुत्तहिद रखने और अगर रियासत तक़सीम हो रही है तो रॉयल तेलंगाना का मुतालिबा किया।

जैसे ही कांग्रेस की जानिब से तेलंगाना रियासत की तशकील के इशारे मिलने शुरू हुए, मजलिस ने दुबारा मुत्तहदा आंधरा का नारा लगाया और अपनी ही तजवीज़ (रॉयल तेलंगाना) को मुस्तर्द कर दिया।

यू पी ए और कांग्रेस की जानिब से कल अलहदा रियासत की तशकील के फ़ैसले के बाद आज पुराने शहर के कई मुक़ामात पर जश्न मनाया गया। इस दौरान तलबा ने कहा कि दस अज़ला पर मुश्तमिल तेलंगाना रियासत की तशकील कांग्रेस और यू पी ए हुकूमत का तारीख़ी फ़ैसला है।