पुराने शहर के अवाम को वुज़रा और अवामी नुमाइंदों से मायूसी

हैदराबाद 08 मई: हैदराबाद को आलमी शहर में तबदील करने का दावा करने वाली हुकूमत और अवामी नुमाइंदों का अवाम को बेचैनी से इंतेज़ार है जो जुमेरात की शब हुई मूसलाधार बारिश से परेशान हैं। शहर से ताल्लुक़ रखने वाले वुज़रा को मुतास्सिरा इलाक़ों के दौरे से दिलचस्पी नहीं तो दूसरी तरफ़ पुराने शहर के अवामी नुमाइंदे भी अपनी ज़िम्मेदारी निभाने में नाकाम दिखाई दे रहे हैं।

शहर के इंचार्ज वज़ीर के टी रामा राव‌ खम्मम के असेंबली हलक़ा की चुनाव मुहिम में मसरूफ़ हैं जबकि शहर के दुसरे वुज़रा को पुराने शहर से इस लिए भी दिलचस्पी नहीं कि यहां उनकी हलीफ़ जमात के नुमाइंदे हैं। बताया जाता है कि पुराने शहर के दो असे‍ंबली हलक़ाजात के अरकाने असे‍ंबली उस वक़्त मुल्क से बाहर हैं जबकि ज़्यादा-तर नुक़्सानात उनके असे‍ंबली हलक़ों में हुए हैं। दुसरे इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले अरकाने असे‍ंबली हत्ता कि करपोटर्स भी मुतास्सिरीन की मदद के लिए नहीं पहुंचे। हालाँकि हज़ारों ख़ानदान बारिश से मुतास्सिर हुए हैं और उन्हें फ़ौरी इमदाद-ओ-राहत पहुंचाने की ज़रूरत है।

शहर के बेशतर इलाक़े और खासतौर पर पुराने शहर के अक्सर इलाक़े आज भी बारिश के नुक़्सानात से उभर नहीं पाए हैं और कई इलाक़ों में अभी तक घरों से पानी साफ़ नहीं हुआ और ना ही गुज़रने के रास्ते बहाल हुए। लेकिन अफ़सोस कि दो दिन गुज़रने के बावजूद आज तक किसी वज़ीर और हत्ता कि मुताल्लिक़ा अवामी नुमाइंदों ने तक मुतास्सिरा इलाक़ों का दौरा नहीं किया।

आम तौर पर ये रिवायत रही कि इस तरह की तबाही और नुक़्सानात की सूरत में शहर से ताल्लुक़ रखने वाले वुज़रा मुताल्लिक़ा ओहदेदारों के साथ दौरा करते रहे हैं लेकिन अवाम को इस मर्तबा मायूसी हुई।