पुलित्जर पुरस्कार विजेता चार्ल्स क्राउथमर का निधन

पुलित्जर पुरस्कार विजेता स्तंभकार और विश्लेषक चार्ल्स क्राउथमर का निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। फॉक्स न्यूज और वाशिंगटन पोस्ट के लंबे वक्त तक कर्मी रहे क्राउथमर के निधन की घोषणा गुरूवार को की गयी।
क्राउथमर पिछले एक साल से पेट के कैंसर का इलाज चल रहा था। इस महीने ही उन्होंने कहा था कि उनके पास दो हफ्ते की जिंदगी है।

वर्ष 1984 से चल रहे अपने कॉलम में क्राउथमर ने लिखा था कि बिना किसी शिकायत के अपनी जिंदगी को छोडूंगा। यह बेहतरीन जिंदगी थी जिसमें मुझे बेशुमार प्यार मिला और जिंदगी में लोगों ने कुछ शानदार पल दिये।

क्राउथमर को 1987 में पुलित्जर पुरस्कार मिला था। उन्होंने अपनी विचारधारात्मक सफर ‘ग्रेट सोसाइटी’ की हिमायत करने वाले डेमोक्रैट के रूप में की थी। बाद में वह इराक युद्ध के हिमायती बन गए। वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आलोचक थे, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के आलोचक भी बने।

हार्वर्ड से मेडिकल की डिग्री हासिल करने वाले क्राउथमर ने 1974 में रॉबिन ट्रेथेवे से विवाह किया था। उनका बेटा डैनियल भी स्तभंकार और टिप्पणीकार है।