पेटला ब्रुज पुलिस ट्रांसपोर्ट ऑर्गनाइज़ेशन में क़दीम दरगाह की मौजूदगी का इन्किशाफ़

शहर में बेशुमार औक़ाफ़ी जायदादें हैं इन में से बाअज़ ऐसी जायदादें हैं जिन के बारे में अवाम और वक़्फ़ बोर्ड दोनों वाक़िफ़ ही नहीं। पेटला ब्रुज में पुलिस ट्रांसपोर्ट ऑर्गनाइज़ेशन है जहां महकमा पुलिस की तमाम गाड़ियों की देख भाल और दरूस्तगी का काम किया जाता है। इस ऑर्गनाइज़ेशन का वसीअ और अरीज़ दफ़्तर और वर्कशॉप भी है।

सब से अहम बात ये है कि सरकारी ज़च्चगी ख़ाना से मुत्तसिल इस दफ़्तर के बिलकुल अंदरूनी हिस्सा में क़ुतुब शाही दौर की एक क़दीम दरगाह है जहां आम शहरियों को दाख़िला की इजाज़त नहीं। हम ने किसी ना किसी तरह इस दरगाह तक रसाई हासिल करते हुए देखा कि दरगाह इंतिहाई ख़स्ताहाल में है।

आप को बतादें कि ये दरगाह क़ुतुब शाही दौर के एक बुज़ुर्ग हज़रत लुत्फ़ अली शाह की आख़िरी आरामगाह है। इस पर दरगाह हज़रत लुत्फ़ अली शाह (रह) का बोर्ड लगा हुआ है। अफ़सोस की बात ये है कि वक़्फ़ बोर्ड के ओहदेदार भी दरगाह हज़रत लुतफ़ अली शाह (रह) के बारे में किसी किस्म की मालूमात नहीं रखते वैसे भी मौक़ूफ़ा जायदादों के बारे में वक़्फ़ बोर्ड ओहदेदारों की मालूमात बहुत नाक़ुस हैं।

हैरत की बात ये है कि ये दरगाह का हवाला बाज़ाबता वक़्फ़ रिकॉर्ड में मौजूद है इस के बावजूद वक़्फ़ बोर्ड हुक्काम को वक़्फ़ रिकॉर्ड्स का जायज़ा लेने की फ़ुर्सत ही नहीं। राक़िमुल हुरूफ़ ने क़ुर्बो ज्वार में रहने वाले बुज़ुर्ग शहरियों से बात की उन लोगों ने बताया कि अवाम को दरगाह हज़रत लुत्फ़ अली शाह पर हाज़िरी ज़ियारत और फ़ातिहा ख़्वानी की इजाज़त दी जानी चाहीए। जिस से लोगों में एक अच्छा पयाम जाएगा।

इस दरगाह का वक़्फ़ रिकॉर्ड इस तरह है।
Hyderabad/2435, Dargah Hazrath Syed Lutfe Ali Shah Mahboob
(Inside Police Transport)
21-5-19(s)(91), Petla Burj, Ward No.21, Area-381.0sqyds, Gaz.6-A, S/No.2428, GAZ,09-02-1989, Page No.107.