पेन ड्राइव साइबर सेक्योरिटी केलिए ख़तरा

पेन ड्राइव साइबर सेक्योरिटी केलिए ख़तरा
मुसल्लह(हथियारबंद) अफ़्वाज(फौज‌) में इस्तेमाल पर पाबंदी : फ़ौजी ओहदेदारों का बयान
पाबंदी के बावजूद पेन ड्राइव का इस्तिमाल दिफ़ाई अफ़्वाज में सकेवरेटी केलिए असल ख़तरा बन गया है । तीनों मुसल्लह अफ़्वाज(फौज‌) में अब तक साइबर जराइम के वाक़ियात में 70 फीसद पेन ड्राइव की वजह से हुए हैं। फ़ौजी ओहदेदारों ने पी टी आई को बताया कि चूँकि पेन ड्राइव का इस्तेमाल बहुत आसान है और ये बहुत छोटी होती है इसलिए उसे मुंतक़िल करना भी आसान होता है ।

हालिया अर्सा में दाख़िली रिपोर्टस से इस बात की तौसीक़ होगई है कि साइबर सकेवरेटी तोड़ने के वाक़ियात में 70 फीसद तक पेन ड्राइव का इस्तिमाल हुआ है । ओहदेदारों का कहना है कि ये ड्राइव बेशतर चीन में तय्यार की जाती हैं और ये मुसल्लह अफ़्वाज में साइबर सेक्योरिटी सिस्टम केलिए बहुत बड़ा ख़तरा बन कर उभरी हैं।

ज़राए ने कहा कि फ़ौजी हेड क्वार्टर्स की तरफ‌ से ताज़ा रहनुमा हिदायात जारी की गई हैं ताकि हस्सास फ़ौजी नेट वर्क़्स को हैकर्स के हमलों से महफ़ूज़ रखा जा सके । बहरीया और फ़िज़ाईया की तरफ‌ से भी अपनी साइबर सेक्योरिटी को मुस्तहकम बनाने केलिए इक़दामात किए जा रहे हैं जबकि इंडियन एयरफ़ोर्स ने हाल ही में अपने अमला को हिदायत जारी की है कि वो अपने शख़्सी कंप्यूटर्स और पेन ड्राइव में कोई सरकारी डाटा ना रखें।

ओहदेदारों का कहना है कि सारे अमला से कहदिया गया है कि वो अपने अपने आई टी असासा जात का ऐलान करें और अपने पास कोई सरकारी डाटा ना रखें। इन हिदायात की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए पकड़े जाने पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी । तादीबी कार्रवाई यह कोर्ट मार्शल भी होसकता है । फ़िज़ाईया और बहरीया के आली ओहदेदारों ने इस तरह के इक़दामात और हिदायात की तौसीक़ की है।